हैदराबाद : खैरताबाद महागणपति इस साल भक्तों को श्री पंचमुख रुद्र महागणपति के रूप में दर्शन होंगे। पिछले साल कोरोना के कारण महागणपति को 11 फीट तक सीमित किया गया था। महोत्सव समिति ने कोरोना के मामलों में कमी आने के कारण इस बार महागणपति को 36-40 फीट ऊंचा बनाने की रूप रेखा तैयार कर ली है।
दिव्यज्ञान सिद्धांति विट्ठल शर्मा ने बताया कि इस मूर्ति का नाम ‘श्री पंचमुख रुद्र महागणपति’ रखा गया है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को कोरोना वायरस और प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के इरादे से शिव के रुद्र अवतार के पंचमुखी के आकार में तैयार किया जा रहा है।
इसी क्रम में शनिवार को मूर्तिकार चिन्नास्वामी राजेंद्रन के नेतृत्व में तैयार किये गये मॉडल को खैरताबाद के महागणपति मंडप में जारी किया गया। महागणपति के दाहिने ओर देवी कृष्णकाली की मूर्ति और बाई ओर काल नागेश्वरी की मूर्ति होगी। ये मूर्तियां 15 फीट ऊंची होगी।
साथ ही, महागणपति की मूर्ति के दाईं ओर सिंह व नंदीश्वर और बाईं ओर एक घोड़ा और गरुत्मंतुडू होगे। राजेंद्रन ने कहा कि समय की कमी के चलते तत्काल वेल्डिंग का काम शुरू किया जाएगा और फिर डिजाइनिंग का काम किया जाएगा।
कहा जा रहा है कि विनायक चवती से दो-तीन दिन पहले महागणपति को तैयार कर लिया जाएगा। इस अवसर पर महोत्सव समिति के अध्यक्ष सिंगरी सुदर्शन, देवज्ञ शर्मा और समिति के अन्य सदस्य मौजूद थे।