हैदराबाद: दशहरा त्योहार के दिन उत्तराखंड के पौड़ी जिले में मंगलवार की रात हुए भीषण सड़क हादसा हुआ। बारात लेकर जा रही बस गहरी खाई में गिर गई। घटना पौड़ी गढ़वाल जिले के सिमड़ी गांव के पास रिखनीखाल-बिरोखल मार्ग पर हुई। बस में करीब 45 से 50 लोग सवार थे।
डीजीपी अशोक कुमार ने जानकारी दी कि धूमाकोट में हुए इस बस हादसे में 32 लोगों की मौत हो गई। पुलिस और एसडीआरएफ ने रात में 21 लोगों को बचाया। घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। बस 500 मीटर नीचे खाई में गिरी।
स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके पर पहुंची और राहत व बचाव कार्य किया। बस हरिद्वार जिले के लालढांग से पौड़ी के बीरोंखाल गांव जा रही थी। रास्ते में अचानक बस अनियंत्रित हो गई, जिससे यह हादसा हो गया। स्थानीय विधायक दिलीप सिंह रावत ने भी घटना की पुष्टि की है।
विधायक ने कहा कि खाई बहुत ज्यादा गहरी है। देर रात करीब 11.50 बजे तक नौ घायलों को खाई से निकालकर अस्पताल पहुंचा दिया गया। खाई ज्यादा गहरी होने और घटनास्थल पर घना अंधेरा होने से रेस्क्यू कार्य में काफी मुश्किलें आई। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि दुर्घटनास्थल पर रोशनी की कोई व्यवस्था नहीं है और ग्रामीण अपने मोबाइल फोन की फ्लैश लाइट की मदद से बस में फंसे लोगों को बचाने की कोशिश की हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुर्घटना पर दुख जताया। उन्होंनेट्वीट पोस्ट में कहा, “पौड़ी जिले के सिमड़ी गांव के निकट यात्रियों को ले जा रही बस के खाई में गिरने का दुर्भाग्यपूर्ण समाचार प्राप्त हुआ है। आपदा प्रबंधन विभाग पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा कर रहा हूं। राज्य आपदा मोचन बल की टीमें घटनास्थल पर रेस्क्यू में जुटी हैं। हम सभी सुविधाएं दुर्घटनास्थल तक पहुंचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। बचाव अभियान में स्थानीय ग्रामीण भी मदद कर रहे हैं।”
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी दीपक तिवारी ने कहा कि बस की लाइट अचानक बंद होने पर घटनास्थल के पास के गांवों के लोगों ने ग्रामीणों को फोन से घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। कोटद्वार के सीओ जीएल कोहली के नेतृत्व में कोटद्वार से भी पुलिस टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो गई है। (एजेंसियां)