आज का सुविचार :- लोगों की ख़ुशी के लिए पहली आवश्यकता धर्म का अंत है। – कार्ल मार्क्स
हैदराबाद : तेलंगाना के आदिलाबाद में सरकारी नौकरी के लिए आयोजित परीक्षा ग्रुप-1 की प्रारंभिक परीक्षा के दौरान महिलाओं के साथ बुरा बर्ताव/व्यवहार किया गया। इस बर्ताव पर स्थानीय भारतीय जनता पार्टी के नेता नाराज हो गये हैं। उन्होंने इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
मीडिया में प्रकाशित और प्रसारित खबरों के अनुसार, आदिलाबाद के उम्मीदवार परीक्षा ग्रुप-1 की परीक्षा देने के लिए जूनियर एंड डिग्री कॉलेज में पहुंची हिंदू महिलाओं को परीक्षा हॉल में घुसने से पहले कथित तौर पर उनका मंगलसूत्र उतारने के लिए मजबूर किया गया।
बीजेपी नेताओं ने सवाल किया कि हिंदू महिलाओं को मंगलसूत्र हटाने के लिए मजबूर किया गया। मगर मुस्लिम महिलाओं को परीक्षा हॉल में बुर्का पहनने की इजाजत दी गई। मीडिया में प्रसारित और प्रकाशित खबरों में बताया गया कि तेलंगाना के उक्त परीक्षा केंद्र के बाहर हिंदू महिलाओं को परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से पहले मंगलसूत्र हटाने के लिए मजबूर किए जाते देखा जा सकता है। दूसरी ओर इस परीक्षा केंद्र पर बुर्का पहने मुसलमान महिला को की कथित तौर पर जांच नहीं की गई। और उन्हें अंदर जाने दिया गया।
भारतीय जनता पार्टी ने अब इस मामले को लेकर तेलंगाना सरकार पर जमकर हमला बोला है। भाजपा ने TRS सरकार पर अल्पसंख्यक तुष्टीकरण करने का आरोप लगाया। भाजपा नेता और सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता नलिन कोहली ने कहा, “जब कोई परीक्षा के लिए जाता है तो सभी उम्मीदवारों के साथ समान व्यवहार करना होता है। लेकिन आपके पास एक ही परीक्षा केंद्र में महिलाओं के लिए दो मानक नहीं हो सकते हैं, जो परीक्षा के लिए उपस्थित हो रहे हैं। तेलंगाना से जो सामने आ रहा है कि रिपोर्ट के अनुसार बुर्का में उन महिलाओं की जाँच नहीं की गई थी, यह परेशान करने वाला है। उन सभी की जाँच की जानी चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा, “महिलाओं को अपने मंगलसूत्र हटाने के लिए कहने के दावे और आरोप हैं। आप परीक्षा हॉल के गेट पर इस तरह के भेदभाव की उम्मीद कर सकते हैं। संस्था और परीक्षा किसी भी तरह से धार्मिक नहीं है, यह धर्मनिरपेक्ष है। इसलिए या तो दोनों की जाँच की गई होगी या उनमें से कोई भी नहीं। तेलंगाना सरकार को इस पर गौर करना होगा और सफाई देनी होगी, अधिकारियों को यह भी बताना होगा कि उन्होंने इस तरह के भेदभाव क्यों किया।”
हिंदू महिलाओं को कथित तौर पर सुरक्षाकर्मियों ने परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से पहले उनका सारा सामान निकालने के लिए कहा था। यहां तक कि उन्हें उनके गहने जैसे अंगूठियां, पायल, चूड़ियां, बिछिया और मंगलसूत्र भी निकालने के लिए कहा गया। इस दौरान महिलाओं को अपने गहने उतारते समय शर्मिंदगी महसूस हुई, हालांकि उन्होंने गहने उतारकर अपने साथ आए रिश्तेदारों को सौंप दिया।
दूसरी ओर, इसी परीक्षा केंद्र पर बुर्का पहनने वाली मुस्लिम महिलाओं को बिना किसी प्रतिबंध के परिसर में प्रवेश करने की अनुमति थी। आदिलाबाद के एसपी ने कहा कि शुरू में यह एक अधिकारी RMO की गलती थी, लेकिन बाद में पुलिस अधिकारियों ने हस्तक्षेप कर इसे रोक दिया था। (एजेंसियां)