हैदराबाद: तमिलनाडु के कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) का निधन हो गया है। वरुण सिंह का बेंगलुरु के कमान अस्पताल में इलाज चल रहा था।
गौरतलब है कि वरुण सिंह को बेहतर इलाज के लिए तमिलनाडु के वेलिंग्टन से बेंगलुरु के कमान अस्पताल में शिफ्ट किया गया था और उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी।
आपको बता दें कि 8 दिसंबर को इंडियन एयर फोर्स का एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर जनरल बिपिन रावत समेत कई अधिकारियों को लेकर रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन (नीलगिरी हिल्स) जा रहा था। इसी बीच कुन्नूर के पास दुर्घटना का शिकार हो गया था। हेलीकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के समेत कुल 14 लोग सवार थे। हादसे के बाद जनरल बिपिन रावत समेत 13 लोगों का निधन हो गया था और ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जीवित बचे थे।
जवान वरुण सिंह को इस साल के स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया था। पिछले साल एक उड़ान के दौरान ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के तेजस फाइटर में तकनीकी खराब आ गई थी और उन्होंने अपने फाइटर प्लेन को मिड-एयर इमरजेंसी के बावजूद सुरक्षित उतारा था। इस साहसिक कार्य के लिए उन्हें शौर्य चक्र से नवाजा गया था।
कैप्टन वरुण सिंह उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के रुद्रपुर तहसील के कन्हौली गांव के निवासी थे। दुर्घटना के समय वरुण सिंह इंडियन एयर फोर्स में ग्रुप कैप्टन के पद पर तैनात थे। वरुण सिंह तमिलनाडु के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के डायरेक्टिंग स्टाफ में भी शामिल थे। वरुण सिंह के पिता कर्नल केपी सिंह भी सेना से रिटायर्ड हैं और वर्तमान में उनका परिवार मध्य प्रदेश के भोपाल में है। (एजेंसियां)