कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद तेलंगाना की राजनीति में हालात अचानक बदल गए हैं। कांग्रेस पूरी ताकत के साथ सामने आई है। वहीं भाजपा औंधे मुंह गिर गई है! एक बार ऐसे लग रहा था कि बीआरएस बनाम बीजेपी कड़े मुकाबिले की स्थिति तक पहुंच चुकी थी। मगर अब भाजपा वास्तविक स्थिति की तलाश कर रही है।
भर्ती पर विशेष ध्यान
इसके अलावा बीजेपी के अपनी ही पार्टी के नेताओं का कहना है कि बंडी संजय को अध्यक्ष पद से हटाने और केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी को नियुक्ति किये जाने के बाद से बीजेपी की हालात और मुश्किल हो गई है। लेकिन अब तेलंगाना बीजेपी ने अचानक अपनी गति बढ़ा दी है। समावेशन (भर्ती) पर विशेष ध्यान दे रही है। बीजेपी से एक के बाद एक पार्टी छोड़ने की स्थिति में ऑपरेशन आकर्ष शुरू कर दिया है। भर्ती करने में व्यस्त हो गई है।
फिल्म अभिनेत्री जयासुधा
तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के बाद जी किशन रेड्डी ने समावेशन पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। इसी क्रम में पूर्व, वरिष्ठ नेताओं और मशहूर हस्तियों को पार्टी में शामिल करने पर लगातार चर्चा कर रहे हैं। शनिवार को दिल्ली मंच पर कई पूर्व नेताओं को बीजेपी में शामिल कर लिया है। अन्य नेता भी कतार में खड़े हैं। यह चर्चा जोरों पर है कि फिल्म अभिनेत्री जयासुधा भी बीजेपी में शामिल होगी और सिकंदराबाद या मुशीराबाद सीट से चुनाव लड़ेगी है।
एक दर्जन पूर्व नेता तैयार
खबर है कि एक दर्जन पूर्व नेता बीजेपी में शामिल होने को तैयार हैं। सोमवार को मंचेरियाल जिले के पूर्व विधायक सोत्तू संजीव राव और अमराजुला श्रीदेवी भाजपा में शामिल होने वाले हैं। इन दोनों नेताओं से पूर्व सांसद विवेक ने लंबी बातचीत की है। संजीव राव 1983 में तत्कालीन राष्ट्रीय संजय विचार मंच (मेनका गांधी) पार्टी की ओर से चेन्नुरु से विधायक के रूप में जीते थे।
जल्द ही शामिल होने वालों की सूची जारी
साल 1985 में तत्कालीन सरकार भंग होने पर इन नेताओं को दो साल में ही अपना पद खो देना पड़ा था। बाद में ये नेता कांग्रेस में शामिल हो गये। जबकि अमराजुला श्रीदेवी 2004 में टीडीपी की ओर से बेल्लमपल्ली से विधायक चुनी गईं। बाद में वह प्रजा राज्यम पार्टी में शामिल हो गई और 2009 में चुनाव लड़ी और हार गई। इसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गई। तब से दोनों सक्रिय राजनीति से दूर रहे हैं। बीजेपी नेताओं का कहना है कि उनके साथ 10 अन्य पूर्व नेता भी बीजेपी में शामिल होने के लिए तैयार हैं और जल्द ही वे भगवा गमछा पहनेंगे। बीजेपी जल्द ही इसकी सूची जारी करेंगे कि कौन-कौन नेता बीजेपी में शामिल हो रहे हैं।
पूर्व मंत्री कृष्णा यादव
हैदराबाद के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री कृष्णा यादव भी बीजेपी में शामिल होने के लिए तैयार हैं। पिछले साल प्रवेश समिति के अध्यक्ष ईटेला राजेंदर ने कृष्णा के साथ बातचीत के बावजूद कुछ अपरिहार्य कारणों से उनका प्रवेश स्थगित हो गया था। इसके साथ ही एक बार फिर बीजेपी प्रदेश नेतृत्व ने उनसे बातचीत करके पार्टी में शामिल करने की तैयारी कर रही है। हालांकि कृष्णा यादव अंबरपेट या मलकपेट से टिकट देने की गारंटी की मांग रहे हैं। 1999 में उन्होंने तत्कालीन हिमायतनगर विधानसभा से टीडीपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और विधायक के रूप में जीत हासिल की थी।
उनके पास संयुक्त आंध्र प्रदेश में मंत्री के तौर पर काम करने का भी अनुभव है। लेकिन 2016 में बदले राजनीतिक घटनाक्रम के चलते टीडीपी छोड़कर बीआरएस में शामिल हो गये। प्रशंसक, अनुयायी और कार्यकर्ता पिछले कुछ दिनों से यादव पर पार्टी बदलने का दबाव बना रहे हैं, क्योंकि उनकी वरिष्ठता और प्रतिष्ठा के बावजूद उन्हें बीआरएस में उचित प्राथमिकता नहीं दी जा रही है। इसके चलते ईटेला राजेंदर से बातचीत करने के बाद ही कृष्णा यादव बीजेपी में शामिल होने के लिए तैयार हो गये है।
तेलंगाना में दिलचस्प चुनाव
ज्ञातव्य है कि कृष्णा यादव को 2003 में नकली स्टाम्प घोटाले में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में उन्हें साढ़े तीन साल की जेल की सजा भी हुई थी। स्टाम्प घोटाला केस से निकलने के बाद कृष्णा यादव के फिर से सक्रिय राजनीति में आने की उम्मीद है। इसी क्रम में अगर उन्हें बीजेपी से निमंत्रण मिलता है तो वे भगवा गमछा पहनने को तैयार हैं। अगर एक दर्जन पूर्व नेता बीजेपी में शामिल हो जाते हैं तो माना जाएगा कि बीजेपी के अच्छे दिन आ रहे हैं। कुल मिलाकर आने वाले चुनाव तेलंगाना में दिलचस्प होने वाले हैं। शायद ही किसी ने इसकी कल्पना तक नहीं की होगी।