हैदराबाद: मूसलाधार बारिश और भारी बाढ़ के कारण गोदावरी नदी उग्र रूप धारण कर बह रही है। इसी क्रम में भद्राचलम के पास गोदावरी नदी महा उग्र रूप धारण कर लिया। गोदावरी नदी का प्रवाह 71 फीट के ऊपर पहुंच गया है। गोदावरी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। अनेक कॉलोनियों में पानी भर गया। खाने-पीने के सामान पानी में डूब गयें हैं। छात्रों के किताबें व कपड़े पानी में भीग गये हैं। गोदावरी नदी किनारे बसें लोगों के लिए आज की रात काली रात बनकर आई है।
इस समय गोदावरी का बहाव 24.18 लाख क्यूसेक हैं और तीसरे खतरे की चेतावनी जारी की गई है। बाढ़ में और बढ़ोत्तरी को देखते हुए सरकार सतर्क हो गई है। जिलाधीश, पुलिस अधीक्षक, मंत्री पुववाड़ा अजय कुमार और मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने टेलीकांफ्रेंस की। टेलीकांफ्रेंस में सिंचाई अधिकारियों ने भी भाग लिया।
भद्राचलम में जारी बाढ़, राहत और पुनर्वास उपायों की समीक्षा की गई। मंत्री ने एनडीआरएफ, सेना, सिंगरेणी और बचाव दल को भद्राचलम और कोत्तागुडेम में टीमें उपलब्ध कराने का आदेश दिया। सीएस सोमेशकुमार ने कहा कि सभी को स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने पानी का स्तर 80 फीट तक पहुंचने पर भी सामना करने के लिए तैयार रहने का आदेश दिया। निचले इलाकों के लोगों को तत्काल शिविरों में स्थानांतरित करने का सुझाव दिया है। लोगों को शिविरों में ले जा रहे हैं।
संबंधित खबर:
उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ की दस, सेना और सिंगरेनी की पांच टीमें भद्राचलम में मौजूद हैं। बाढ़ के कारण जान-माल का नुकसान न हो। रात में आईटीसी भद्राचलम में हेलीकॉप्टर उपलब्ध होगा। एनडीआरएफ की चार टीमें रात में पहुंचेंगी। नावों, बसों और ट्रकों को भद्राचलम भेजा जा रहा है। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि राहत और पुनर्वास उपायों की निगरानी के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को नियुक्त किया गया है।