हैदराबाद : बड़े-बड़े सरकारी अस्पतालों में हमेशा लोगों की भीड़ रहती है। इनमें ज्यादातर गरीब लोग होते हैं। सरकारी अस्तपाल आने वालों में अधिकतर लंबी बीमारियों से जूझ रहे मरीज होते हैं। इसके चलते अनेक दिनों तक इन रोगियों को अस्पतालों में रहना पड़ता है। तेलंगाना सरकार मरीजों को अच्छी चिकित्सा सेवा और अच्छा भोजन प्रदान करती है। लेकिन उनके साथ आने वाले सहायकों का हाल बेहाल होता है। केसीआर सरकार ने बड़े-बड़े सरकारी अस्पतालों में आने वाले गरीबों की दुर्दशा देखकर उन पर करुणा दिखाई है।
समझौता
केसीआर सरकार ने ऐसे लोगों के लिए कम दामों में तीन समय पेट भर खाना देने का अहम फैसला लिया है। रोगी के सहायकों को कम कीमत पर अच्छा भोजन उपलब्ध कराने का निर्णय किया है। सरकार ने हरे कृष्ण मूवमेंट चैरिटेबल ट्रस्ट के साथ सिर्फ पांच रुपये में भोजन उपलब्ध कराने का समझौता किया है। स्वास्थ्य मंत्री हरीश राव की उपस्थिति में मंगलवार को समझौता इन दस्तावेजों का आदान-प्रदान किया गया। जीएचएमसी परिधि के 18 सरकारी अस्पतालों में कम दामों में भोजन की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके लिए सरकार सालाना 38.66 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
यह हैं अस्पताल
उस्मानिया जनरल अस्पताल, एनआईएमएस (निम्स), गांधी, नीलोफर, सरोजिनी देवी आई हॉस्पिटल, पेटलाबुरुजू मैटरनिटी हॉस्पिटल, एमएनजे कैंसर हॉस्पिटल, एर्रागड्डा चेस्ट हॉस्पिटल, कोठी ईएनटी, नल्लाकुंटा फीवर हॉस्पिटल, कोठी मैटरनिटी हॉस्पिटल, गच्चीबौली टिम्स, किंग कोठी डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल, मलकपेट एमएन एरिया अस्पताल, गोलकोंडा एरिया हॉस्पिटल, वनस्थलीपुरम एरिया हॉस्पिटल, कोंडापुर एरिया हॉस्पिटल और नामपल्ली एरिया हॉस्पिटल में पांच रुपये में रोगी के सहायक को तीन समय पांच रुपये में भोजन दिया जाएगा।
यह हैं व्यंजन
सुबह दिये जाने वाले नाश्ते में दही चावल, पुलिहोरा, सब्जी पलाऊ, सांभर चावल के साथ अचार परोसा जाएगा। दोपहर और रात के खाने में चावल, सांभर या दाल, अचार और सब्जी दिया जाएगा। इसके साथ डिस्पोजेबल प्लेट और पानी के गिलास भी दिये जाएंगे। बदले में रोगी के सहायक को केवल पांच रुपये देना होता है। इसके लिए तेलंगाना कृष्ण मूवमेंट चैरिटेबल ट्रस्ट को अतिरिक्त 21.25 रुपये देगी।