हैदराबाद: वाईएस जगन मोहन रेड्डी की सरकार आंध्र प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मुख्यमंत्री वाईएस जगन के निर्देशानुसार लोगों को चिकित्सा सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए बेहतर सुविधाएं स्थापित करने का निर्णय लिया गया। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव कृष्ण बाबू ने कहा कि राज्य भर में गरीबों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए परिवार चिकित्सक प्रणाली शुरू की जा रही है।
कृष्ण बाबू ने आगे कहा कि विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों और विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों और भागीदारों के साथ व्यापक चर्चा के बाद माध्यमिक और क्षेत्रीय अस्पतालों पर मरीजों के बढ़ते बोझ को कम करने के लिए यह कार्यक्रम शुरू किया जा रहा हैं। सीएम जगन इस महीने की 21 तारीख से राज्य भर में ‘फैमिली डॉक्टर’ नीति की शुरुआत करेंगे। इसी क्रम में सीएम जगन ने जनवरी में इस कार्यक्रम को पूरे राज्य में विस्तारित करने का फैसला किया है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव ने कहा कि इस पारिवारिक चिकित्सक (फैमिली डॉक्टर) प्रणाली के माध्यम से चिकित्सा अधिकारी और बाकी टीम महीने में दो बार ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों का दौरा करेंगे। इलाज के साथ-साथ वे आरोग्य श्री की सेवाओं का भी समन्वय करेंगे। बुनियादी चिकित्सा सेवाओं के तहत हर दो हजार लोगों पर एक ग्राम स्वास्थ्य क्लिनिक की स्थापना की जाएगी। इन क्लीनिकों को ‘वाईएसआर विलेज हेल्थ क्लीनिक’ का नाम दिया गया है। यह सेवा 24 घंटे उपलब्ध रहेंगी।
उन्होंने यह भी कहा कि 6,313 उपकेंद्रों और अन्य 3,719 ग्राम स्वास्थ्य क्लीनिकों को मंजूरी दी गई है। राज्य भर में कुल 100032 वाईएसआर ग्राम स्वास्थ्य क्लीनिक स्थापित किए जाएंगे और प्रत्येक क्लिनिक में 2 हजार लोगों को सेवाएं प्रदान की जाएंगी। हर 5 हजार लोगों के लिए एक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्थापित किये जाएंगे।
राज्य भर में नए भवनों में ग्राम स्वास्थ्य क्लीनिक स्थापित किए जाएंगे। यहां एक एएनएम, एक एमएलएचपी (मध्य स्तर के स्वास्थ्य प्रदाता का नाम बदलकर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी कर दिया गया) और आशा कार्यकर्ता सेवाएं प्रदान करेगी। इन ग्रामीण क्लीनिकों में सभी प्रकार की चिकित्सा सेवाएं और दवाएं उपलब्ध रहेगी। ग्रामीण स्तर पर अनुपचारित स्वास्थ्य समस्याओं वाले मरीजों को वाईएसआर आरोग्यश्री नेटवर्क वाले अस्पतालों के लिए रेफर किया जाएगा।
इन केंद्रों में छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए भी चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध हैं। साथ ही इन ग्राम क्लीनिकों को टेली मेडिसिन और टेली हब के माध्यम से चिकित्सा अधिकारी के साथ विशेष सेवाएं उपलब्ध होंगी। इसके बाद धीरे-धीरे घर पर ही चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होने की उम्मीद है। आशा कार्यकर्ता उन लोगों की पहचान करती हैं जिन्हें इलाज की जरूरत है।
इन स्वास्थ्य क्लीनिकों के माध्यम से 14 प्रकार की डायग्नोस्टिक रैपिड किट और 67 प्रकार की दवाएं उपलब्ध रहेगी। साथ ही, राज्य के प्रत्येक नागरिक का उनके घर पर परीक्षण किया जाएगा और उनकी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी को “डिजिटल” किया जाएगा। प्रत्येक नागरिक के विवरण को उसकी सहमति के साथ डिजिटाइज़ किया जाएगा। प्रत्येक नागरिक को डिजिटल हेल्थ आईडी दी जाएगी। यह आईडी केंद्रीय आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का हिस्सा होगा। अब तक 3,25,02,850 लोगों की स्क्रीनिंग किया जा चुका है। यह देश में पहले स्थान पर है। यह एनसीडी डेटा को फैमिली डॉक्टर को भेजकर फालो-अप किया जाएगा।
यह फैमिली डॉक्टर कॉन्सेप्ट देश में पहली बार आंध्र प्रदेश में लागू किया जा रहा है। भविष्य में सरकार आरोग्यश्री, एनसीडी स्क्रीनिंग और परिवार चिकित्सक अवधारणा को एकीकृत करने की योजना बना रही है। आवश्यक लोगों को इसकी आवश्यकता है उनके लिए एनसीडी मामलों के लिए फैमिली डॉक्टर नियमित फॉलो-अप रहेगा। सरकार इस एनसीडी को फैमिली डॉक्टर कॉन्सेप्ट से जोड़कर एक स्वस्थ आंध्र प्रदेश प्राप्त करने की उम्मीद है। परिवार चिकित्सक प्रणाली के माध्यम से प्रत्येक मंडल के लिए चार चिकित्सक उपलब्ध रहेंगे।