हैदराबाद (डॉ आशा मिश्रा ‘मुक्ता’ की रिपोर्ट) : ब्रह्मर्षि सेवा समाज हैदराबाद के कार्यकारिणी की मासिक बैठक गूगल मीट के जरिए सम्पन्न हुआ। प्रेस विज्ञप्ति में समाज के महासचिव इंद्रदेव प्रसाद सिंह ने बताया कि बैठक में दो अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। ये मुद्दा आगामी 8 अगस्त को सावन की सैर और हर साल की तरह 14 और 15 अगस्त को होनेवाले 24 घंटे का अखंड रामायण पाठ के आयोजन सम्बन्धी विचार विमर्श करना था।
कोविड की वजह से गत एक वर्ष में समाज की गतिविधियों में कमी आई है। चूंकि अभी स्थिति में थोड़ी सुधार है इसलिए कार्यक्रम का आयोजन किया जाए या नहीं इस पर सदस्यों ने चर्चा की। महासचिव ने सभी सदस्यों को सार्वजनिक रूप से इस आयोजन के औचित्य पर सुझाव देने के लिए अनुरोध की। कोषाध्यक्ष पंकज कुमार ने कहा कि बहुत दिनों से समाज ने कोई कार्यक्रम नहीं कर पाया है और सदस्यों के बीच की दूरी बढ़ रही हैं अतः यह आयोजन अवश्य होना चाहिए।
सह सचिव रंजीत शुक्ला ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से समाज के श्रद्धालु गण और सदस्य गण आपस में मिल लेंगे और आपसी दूरी को पाटने में सहायता मिलेगी। सह सचिव पंकज सिंह ने कहा कि समाज के सदस्य आपस में मिलने के लिए आतुर हैं। पूर्व अध्यक्ष गोविंद जी राय ने कहा कि कोविड के नियमों का पालन करते हुए इस कार्यक्रम आयोजन अवश्य किया जा सकता है। सुनील सिंह ने भी आयोजन के पक्ष में सुझाव देते हुए कहा कि इस बार यह आयोजन कर लेना चाहिए ताकि श्रद्धालु इसका लाभ उठा सके। उन्होंने यह भी कहा कि रात के 12 बजे से सुबह के छः बजे तक रामधुन गानेवाली मंडली मिलने में कठिनाई होती है इसका भी समाधान करना आवश्यक है।
मुकेश कुमार ने आश्वस्त किया कि रात के लिए मंडली का इंतज़ाम वे स्वयं कर देंगे अतः इस व्यवधान की चिंता न करे। मानवेंद्र मिश्रा ने कहा कि यह आयोजन इसलिए भी अनिवार्य है कि इसी वजह से समाज द्वारा निर्मित परशुराम मंदिर के सम्बंध में लोग जान पाते हैं और श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी होती है। लोग मंदिर से जुड़ पाते हैं। सुमन्त कुमार ने भी आयोजन के पक्ष में अपनी मत दी।
कार्यकारिणी की राय सुनने के उपरांत समाज के अध्यक्ष श्री सुजीत ठाकुर ने निर्णय लिया कि 14 और 15 अगस्त को ब्रह्मर्षि समाज हैदराबाद जगतगीर गुट्टा स्थित परशुराम मंदिर पर सार्वजनिक रूप से अखंड रामायण, अष्टयाम एवं रामधुन का आयोजन किया जाएगा जिसमें समाज के सभी सदस्य भाग लेंगे। कार्यक्रम का उद्यापन अथवा संकल्प समारोह 14 अगस्त को प्रातः होगा और 15 अगस्त को अन्नदान के साथ समापन समारोह सम्पन्न होगा।
कार्यक्रम का आयोजन सुचारु रूप से करने के लिए उन्होंने विभिन्न सदस्यों को विभिन्न कार्य सौंपे। सुनील सिंह और मुकेश सिंह ने भजन मंडली के इंतज़ाम की ज़िम्मेदारी ली। रंजीत शुक्ला, गोविंद जी राय और पंकज सिंह को समाज के सदस्यों को कार्यक्रम की सूचना देने एवं आमंत्रित करने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई। पंकज कुमार ने इस आयोजन व्यय होने वाले धन राशि की व्यवस्था करने की ज़िम्मेदारी ली।
कार्यकारिणी के इस बैठक में अष्टयाम के अतिरिक्त सावन के सैर के आयोजन पर भी चर्चा की गई। गौरतलब है कि समाज की महिलायें प्रत्येक वर्ष सावन में सैर के नाम पर एक वन विहार का आयोजन करती हैं जिसमें बच्चे और महिलायें भाग लेती हैं। समाज की उपाध्यक्ष श्रीमती सुधा राय ने कार्यकारिणी को बताया कि महिला कार्यकारिणी इस बार इस सैर का आयोजन सिर्फ़ महिलाओं तक सीमित न रखकर सम्पूर्ण परिवार के साथ करना चाह रही हैं। इस सुझाव पर बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने एक सुर में अपनी सहमति जताई।
इंद्रदेव प्रसाद सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम का आयोजन महिलाएँ करती आ रही हैं। इस बार परिवार को साथ में लेने का निर्णय सराहनिये है। महिलाएँ इस आयोजन के लिए पूर्णतः स्वतंत्र हैं और समाज इसमें अपना पूर्ण सहयोग देगा। 8 अगस्त रविवार को सावन की सैर का आयोजन तय हुआ। गोविंद जी राय ने कहा कि वनविहार की जगह तय करके कल तक कार्यकारिणी को सूचित कर देंगे। श्रीमती प्रियंका सिंह ने विहार पर जाने के लिए कारपूलिंग का सुझाव देकर यातायात की समस्या का समाधान किया।
डॉ आशा मिश्रा ने कहा कि जगह ऐसी होनी चाहिए कि सदस्यों को कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़े। अंत में समाज के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष ने समाज के सभी सदस्यों से अपील की कि वे दोनों ही कार्यक्रम 8 अगस्त को होने वाले सावन की सैर एवं 14-15 अगस्त को परशुराम मंदिर जगतगीरगुट्टा में होने वाले अष्टयाम व अखंड रामायण कार्यक्रम में अपने सम्पूर्ण परिवार एवं मित्रों के साथ भाग लें और कार्यक्रम को सफल बनायें। उन्होंने आगे कहा कि समाज इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपने बंधुओं से सहयोग की अपेक्षा रखता है। महासचिव के धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक सम्पन्न हुई।