हैदराबाद : डॉ बीआर अम्बेडकर सार्वत्रिक विश्वविद्यालय के विज्ञान विभाग के तत्वावधान में ‘कैंसर जागरूकता और जांच शिविर’ का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत प्रमुख चिकित्सक और एमएनजे कैंसर अस्पताल के निदेशक डॉ जयलता ने मुख्य भाषण दिया।
जयलता ने कहा कि कैंसर के बारे में डर से ज्यादा जागरूक होना अधिक महत्वपूर्ण है। शुरुआती चरण में पता चलने पर 95 प्रतिशत मरीज बिना किसी परेशानी के ठीक हो सकते हैं। साथ ही खेद व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि बीड़ी, तंबाकू, गुटखा, पान पराग, जर्दा खाना और धूम्रपान के कारण ग्रामीण युवाओं में अधिक मात्रा में कैंसर हो रहा है। 40 साल से अधिक उम्र के लोगों को बिना किसी लक्ष्यण के ही स्वास्थ्य की जांच कर लेनी चाहिए। मुख्य रूप से छात्राओं में स्तन कैंसर के बारे में जागरूक होना आवश्यक है।
डॉ बीआर अम्बेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो के सीतारामा राव ने कहा कि बदलती हुई आधुनिक परिस्थितियों में विज्ञान और चिकित्सा में कई बदलाव आ रहे हैं। इसे ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों में उपलब्ध कराने की अति आवश्यकता है। आने वाले दिनों में डॉ बीआर अम्बेडकर सार्वत्रिक विश्वविद्यालय के माध्यम से विज्ञान और चिकित्सा पर अधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।
इस अवसर पर संकाय निदेशक प्रो सुधारानी, विज्ञान विभाग के डीन प्रो पुष्पारानी और अन्य ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के निदेशक प्रो घंटा चक्रपाणि, डॉ बनोत लाल, प्रो मधुसूदन रेड्डी, डॉ एवीएन रेड्डी, वद्दानम श्रीनिवास, गुंटी रवि, विश्वविद्याल के डीन, पूर्व संकाय सदस्य प्रो एसवी राजशेखर रेड्डी और कर्मचारियों ने भाग लिया। इसके बाद में कैंसर अस्पताल के कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय के कर्मचारियों और छात्रों के लिए मुफ्त में स्वास्थ्य जांच की।