हैदराबाद: डॉ बीआर अंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी के कला विभाग के तत्वावधान में ‘कवि समय सदर्भ सम्मान तगुल्ला गोपाल’ विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। यूनिवर्सिटी के कला विभाग के भाषा साहित्य मंच के उद्घाटन कार्यक्रम में तेलंगाना साहित्य अकादमी के अध्यक्ष जुलुरी गौरीशंकर मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।
इस अवसर पर गौरीशंकर ने कहा कि तेलंगाना के गांवों की मिट्टी में काफी विशेषता है। ग्रामीण युवक प्रदेश के लिए बड़ी संपदा है। उन्होंने आगे कहा कि तेलंगाना के गांव पृथक तेलंगाना आंदोलन के समय साहित्यिक मंच बन गये थे। तगुल्ला गोपाल द्वारा लिखित ‘दंडकडियम’ कविता संग्रह को केंद्रीय साहित्य अकादमी युवा अवार्ड मिलना उसकी महानता दर्शाता है। दंडकडियम कविता संग्रह ने बहुजनवाद को बुलंद किया है। विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र तगुल्ला गोपाल को सम्मानित किया जाना उसकी महानता का प्रमाण है।
कार्यक्रम के अध्यक्ष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के सीतारामराव ने कहा कि अम्बेडकर ओपन यूनिवर्सिटी ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों के लिए एक वरदान बन गया है। खराब आर्थिक स्थिति के कारण स्कूल छोड़ चुके लाखों लोगों को उच्च शिक्षा दिलाई है। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व छात्र तगुल्ला गोपाल को सम्मानित करने का अर्थ है विश्विद्यालय खुद सम्मान कर लेने जैसा है।
पुरस्कार ग्रहिता तगुल्ला गोपाल ने कहा कि उनके जैसे कई गरीब छात्रों को डॉ बीआर अंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी ने उच्च शिक्षा दिलाई है। आज जो पहचान मिली है यह उसी का प्रमाण है। इस दौरान गोपाल ने अपनी मां पर लिखी कविताओं को पढ़कर सुनाया। इसकी सभी ने सराहना की है।
इस कार्यक्रम में संकाय विभाग के निदेशक प्रो ई सुधा रानी, कुलसचिव डॉ लक्ष्मा रेड्डी, कला विभाग डीन शकीला खानम ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन तेलुगू विभाग प्रमुख डॉ एन रजनी ने कार्यक्रम की आवश्यकता के बारे में बताया। इस कार्यक्रम में सभी विभागों के प्रमुख, अध्यापक और अध्यापेकतर कर्मचारी संघ के नेता उपस्थित थे।