हैदराबाद: डॉ बी आर अंबेडकर सार्वत्रिक विश्वविद्यालय में गुरुवार को सावित्री बाई फुले की जयंती के उपलक्ष्य में एक संस्मरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में योगी वेमना विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ एमएम विनोदिनी ने मुख्य अतिथि के रूप भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने ‘सावित्री बाई फुले का लक्ष्य’ विषय पर अपने विचार व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है। सावित्री बाई फुले ने बड़े दृढ़ संकल्प के साथ स्वयं पढ़ाई की और महिलाओं की उन्नति और सशक्तिकरण के लिए शिक्षण संस्थानों की स्थापना की। समाज की ओर से अनेक प्रकार से उनका विरोध किया गया। मगर सावित्री बाई अपने लक्ष्य से कभी पीछे नहीं हटी। साहस के साथ अपनी गतिविधि को पूरा किया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के सीतारामा राव ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं की भूमिका को कायम रखने और महिलाओं की उन्नति के लिए सावित्री बाई फुले ने महत्वपूर्ण कार्य किया है। आने वाली पीढ़ी के लिए उनकी जीवनी एक आदर्श है।
संकाय विभाग के निदेशक प्रो ई सुधारानी ने कार्यक्रम प्रबंधन की आवश्यकता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। विश्वविद्यालय महिला विकास केंद्र प्रभारी डॉ एन रजनी ने इस कार्यक्रम का संचालन किया। इस कार्यक्रम में महिला कर्मचारी, विभागों के निदेशक, डीन, सभी विभागों के प्रमुखों और कर्मचारी संघ के नेताओं ने भाग लिया।