हैदराबाद: मशहूर अभिनेत्री आशा पारेख को इस साल का दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने इसकी घोषणा की है। आशा पारेख को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। गौरतलब है कि आशा पारेख ने 10 साल की उम्र में फिल्मों में काम करना शुरू किया था। आशा पारेख 75 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय कर चुकी हैं।
30 सितंबर को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने 52वें दादा साहेब फाल्के पुरस्कार की घोषणा के साथ यह भी जानकारी दी है कि आशा पारेख को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में इस सम्मान से नवाजा जाएगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों आशा पारेख को यह सम्मान प्रदान किया जाएगा। अनुराग ठाकुर ने बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री को इस सम्मान के लिए चुने जाने को गौरवपूर्ण बताया। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली में आगामी 30 सितंबर को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह का आयोजन किया जाएगा।
चाइल्ड आर्टिस्ट
दिल देके देखो, तीसरी मंजिल, कटी पतंग, लव इन टोक्यो, आया सावन झूम के, आन मिलो सजना जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में अफभिनय करने वाली आशा पारेख ने फिल्मी कॅरियर की शुरुआत चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में की। हिंदी फिल्म उद्योग में बतौर कलाकार, डॉयरेक्टर और प्रोड्यूसर के तौर पर वह पिछले कई दशकों से सक्रिय हैं। ‘दिल देके देखो’ उनकी पहली फिल्म थी।
पद्मश्री से सम्मानित
मनोरंजन के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए आशा पारेख कई और पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। भारत सरकार ने साल 1992 में आशा को प्रतिष्ठित पद्मश्री पुरस्कार देकर भी सम्मानित किया है। आशा पारेख साल 1998 से लेकर 2001 तक सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। आशा पारेख को इस सम्मान के लिए चुने जाने का फैसला पांच सदस्यीय ज्यूरी ने किया। इसमें आशा भोंसले, हेमा मालिनी, पूनम ढिल्लन, टीएस नागभरना और उदित नारायण शामिल है।