हैदराबाद: एल बी नगर की अदालत ने पिता की हत्या के मामले में तीन भाई-बहनों को दोषी ठहराया और उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई। साथ ही पांच सौ रुपये का जुर्माना भी लगाया। मिली जानकारी के अनुसार, मेडिपली तरुण, एस अंजलि और एस प्रियंका नामक तीनों भाई-बहन हैं। तीनों मिलकर 2018 में अपने पिता कृष्णा पर बेरहमी से हमला किया और उसकी हत्या कर दी थी।
कृष्णा को रिटायरमेंट होने पर मिली ग्रेच्युटी राशि मिली थी। इसी राशि को लेकर हुए झगड़े के बाद तीनों ने मीरपेट स्थित मकान में हमला किया था। कृष्णा की पांच बेटियां हैं। इनमें से दो की शादी हो चुकी। एक बेटा भी है। कृष्णा की पत्नी की करीब 12 साल पहले खराब स्वास्थ्य के कारण मौत हो गई थी।
कृष्णा जून 2018 में जल कार्य विभाग में अटेंडर पद से सेवानिवृत्त हो गया था। रिटायरमेंट के बाद कृष्णा ने नंदनवनम में किराए पर एक फ्लैट लिया। संतान के साथ मतभेद के कारण अकेला रहना लगा था। रिटायरमेंट पर कृष्णा को करीब 12 लाख रुपये मिले थे। उसकी संतान अंजलि, प्रियंका और तरुण कृष्णा पर राशि बांटने का दबाव बना रहे थे। इस पर कृष्णा राजी नहीं हुआ।
11 नवंबर 2018 की सुबह वह ओल्ड जिल्लेलगुडा में रह रहे बच्चों से मिलने गया था। वहां पर अंजलि, प्रियंका और तरुण भी मौजूद थे। दोपहर के भोजन के बाद पेंशन के पैसे को लेकर कृष्णा के साथ बहस शुरू हो गई। शाम करीब 6 बजे कृष्णा द्वारा पैसे बांटने से इनकार करने पर गुस्साए तरुण ने लोहे की रॉड से कृष्णा के पैरों पर वार किया। इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजनों ने उसे आधी रात को अस्पताल ले गये। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया।