हैदराबाद: ऊपर की तस्वीर बालेश्वर शहर के सरकारी अस्पताल की है। जहां बीती रात ट्रेन हादसे में 280 लोगों की मौत हो गई। जैसा कि आप सोचते हैं, वे सभी अस्पताल में दृश्य देखने नहीं आए। रात 10 बजे से सुबह 10 बजे तक सैकड़ों युवक रक्तदान करने के लिए कतार में खड़े रहे हैं।
यह सोचकर कि घायलों को रक्त की जरूरत है। ये सभी युवक स्वेच्छा से बिना किसी बुलावे के अस्पताल आये हैं। घंटों रुककर रक्तदान किये हैं और घर चले गये हैं। इस दृश्य को देखकर लगता है कि समाज में अब भी इंसानियत जिंदा है।
Coromandel Train Accident: సమాజంలో మానవత్వం ఇంకా బతికే ఉంది
హైదరాబాద్: పై చిత్రం నిన్న రాత్రి రైల్ దుర్ఘటన లో 238 మంది మృతి చెందిన బాలేశ్వర్ పట్టణంలో ని ప్రభుత్వ ఆసుపత్రి. మీరనుకొంటున్నట్లు వీరంతా ఆసుపత్రిలో దృశ్యాలు చూడడానికి రాలేదు.
క్షతగాత్రులకు రక్తం అవసరం ఉంటుందనే ఆలోచనతో వందలాది మంది యువకులు రాత్రి 10 నుండి ఉదయం వరకు క్యూ లో ఉండి రక్త దానం చేస్తున్నారు. వీరంతా ఏ పిలుపు లేకుండా స్వచ్చందంగా వచ్చి గంటల తరబడి ఉండి రక్త దానం చేసి ఇళ్లకు వెళ్తున్నారు. ఇంకా సమాజంలో మానవత్వం ఉంది.
कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने की शुरुआती रिपोर्ट तैयार
उड़ीसा के बालासोर जिले में कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने की शुरुआती रिपोर्ट तैयार हो गई है। इस रिपोर्ट को रेलवे के कुछ सुपरवाइजर्स ने दुर्घटना स्थल का दौरा करने के बाद तैयार किया है। इसके मुताबिक दुर्घटना की मुख्य वजह सिगनल की गड़बड़ी है।
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रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा तैयार इस रिपोर्ट में निष्कर्ष निकाला गया है कि 12841, कोरोमंडल एक्सप्रेस के ड्राइवर को बहनागा बाजार में थ्रू लाइन का ग्रीन सिगनल मिला। वह ट्रेन को 138 किलोमीटर प्रित घंटे की रफ्तार में ले जा रहा था। लेकिन ट्रेन मेन लाइन पर ही जाने के बजाय लूप लाइन में चली गई। वहीं इसकी एक मालगाड़ी से जबरदस्त टक्कर हुई।
रिपोर्ट के मुताबिक मालगाड़ी से टक्कर में कोरोमंडल एक्सप्रेस के 21 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। इनमें से कुछ डिब्बे तो पलट गए हैं। कुछ डिब्बे अप मेन लाइन पर हैं, कुछ डिब्बे मालगाड़ी पर चढ़ गए हैं। कुछ डिब्बे डाउन मेन लाइन की तरफ भी चले गए। वहां पर हड़कंप मच गया।
इस बीच बेंगलुरु हावड़ा सुपरफास्ट आई। यह ट्रेन डाउन मेन लाइन पर बेंगलुरु से हावड़ा जा रही थी। इसकी कोरोमंडल एक्सप्रेस से टक्कर हो गई। इसमें हावड़ा सुपरफास्ट के दो डिब्बे भी पटरी हो गए। इसके डिब्बे भी पलट गए। यानी तीन ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गये।
इस दुर्घटना से रेलवे को कितने की क्षति हुई, इसका अभी अंदाजा नहीं लगाया गया है। इसका असेसमेंट बाद में किया जाएगा। फिलहाल रेलवे का ध्यान राहत और बचाव कार्यों पर है। इस हादसे में अब तक 280 लोगों की मौत हो चुकी है। कुछ यात्रियों की स्थिति अब भी नाजूक बनी है। (एजेंसियां)