हैदराबाद : केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट 2022 पर मुख्यमंत्री केसीआर ने गहरा असंतोष व्यक्त किया। कहा कि यह बजट सभी समुदायों के साथ अन्याय करने वाला है। केसीआर ने प्रगति भवन में मीडिया से यह बात कही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्मला सीतारमण की ओर से पेश किया गया बजट निराशा जनक है। एससी, एसटी, बीसी, अल्पसंख्यक, कर्मचारी और आम लोगों को बजट से कोई फायदा होने वाला नहीं है।
केसीआर ने कहा कि बजट में न ही दिशा है और न ही निर्देश है। यह बेकार बजट है। यह बजट केंद्र सरकार के लिए खुद की तारीफ करने वाला है। यह गोलमाल बजट है। कृषि और कृषि क्षेत्र के लिए बजट में आवंटन शून्य है। बजट में कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने लायक कुछ भी नहीं है।
केसीआर ने आगे कहा कि हथकरघा क्षेत्र को भी पूरी तरह से उपेक्षित किया गया। कर्मचारी, व्यवसाय और आम जनता के लिए कोई लाभ मिलने वाला नहीं है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि टैक्स स्लैब में भी कोई बदलाव नहीं किया गया। कर्मचारी और कारोबारी समुदाय की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
केसीआर ने कहा कि केंद्र ने देश के लोगों के स्वास्थ्य की भी परवाह नहीं की है। इस बजट से स्पष्ट होता है कि स्वास्थ्य, जन स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे और विकास की उपेक्षा की गई। कोरोना के मुश्किल समय में उस दिशा में नहीं सोचा है। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा पेश बजट केवल अंकों का खेल है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि केंद्र में राज करने वाले सरकार को दिमाग नहीं है। ऐसी सरकार को बंगाल की खाड़ी में फेंक देने का समय आ गया है। देश क गरीबी और बेरोजगारी के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है। अब देश के लिए लड़ने की जरूरत है। मैं आंदोलन शुरू करूंगा। मैं लोगों से संपर्क कर रहा हूं। देश में बड़े परिवर्तन की जरूरत है। गलत बजट है।