हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने केंद्र पर आंखे लाल किया है। कहा है कि असमर्थ केंद्र सरकार अपनी गलतियों को छिपाने के लिए नाटक कर रही है। केसीआर ने बताया कि केंद्र सरकार ने हमें अनाज (धान) नहीं खरीदी करने की बात कही है। अब तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष बंडी संजय किसानों को अनाज की खेती करने का सुझाव दे रहे है। क्या यह नाटक नहीं है? एक तरफ केंद्र सरकार पंजाब में अनाज खरीदने की बात कह रही है। साथ ही सवाल किया है कि तेलंगाना में अनाज क्यों नहीं खरीद कर रही है? अनाज खरीदी करने की केंद्र की जिम्मेदारी है।
केसीआर ने रविवार को मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। सीएम ने कहा, “केंद्र सरकार हमारे पैसों के बल पर चल रही है। हमने राज्यों के बीच उठे जल विवाद का हल निकालने का आग्रह किया। मगर अब तक कुछ भी नहीं किया। क्या यह केंद्र की असमर्थता नहीं है? यहां के केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद क्या कर रहे हैं? अब हम किसानों के समर्थन मेंं दिल्ली में धरना करेंगे”
मुख्यमंत्री ने कहा, “यदि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंडी संजय को धान खरीदने की हिम्मत है तो केंद्र से आदेश लेकर आये। जब तक आप अनाज नहीं खरीदते आपको बाहर घूमने नहीं दिया जाएगा। किसकी गर्दन कौन झकाते हैयह बाद में देखा जाएगा। क्या बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मुझे जेल भेजेंगे? यह बात कहने की हिम्मत कैसे हुई? बंडी संजय मुझे छूकर देख ले। केसीआर को जेल भेजना क्या आपके बस की बात है? केसीआर को छुओगे तो क्या आप बच जाओगे? इतने दिनों तक आपके खेल और ड्रामे चले हैं। अब ऐसा यहां पर चलने वाला नहीं है। केसीआर ने चेतावनी दी कि भाजपा को न केवल तेलंगाना में बल्कि केंद्र में भी भगा-भगाकर अंत करेंगे। अनेक बलिदानों से तेलंगाना को हासिल किया है। इसे बर्बाद होने नहीं दिया जाएगा। एक साल से दिल्ली के पास किसान आंदोलन कर रहे है। मगर उसका हल नहीं निकाला जा रहा है। अब मैं, हमारे सांसद और विधायक मिलकर दिल्ली में किसानों के समर्थन में आंदोलन करेंगे।”
तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने एक बार फिर घोषणा की कि जल्द ही पूरे राज्य में दलित बंधु योजना को शत-प्रतिशत लागू किया जाएगा। विपक्ष द्वारा दलित बंधु पर की गई टिप्पणी अर्थहीन थी। कुछ क्षेत्रों में दलित बंधु योजना पहले ही लागू किया गया है। अब सभी क्षेत्रों में इस योजना को लागू किया जाएगा।