विहंगम योग संत समाज की स्थापना का शताब्दी समारोह महोत्सव, संत विज्ञान देव जी ने दिया आध्यात्मिकता का यह संदेश

हैदराबाद : विहंगम योग संत समाज की स्थापना का शताब्दी समारोह महोत्सव, 25000 कुण्डीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ के निमित्त कन्याकुमारी से कश्मीर तक राष्ट्रव्यापी संकल्प यात्रा के लिए संत प्रवर श्री विज्ञान देव महाराज का आगमन हैदराबाद की पावन धरती पर हुआ। सैदाबाद स्थित हैदराबाद आश्रम पर संत प्रवर श्री विज्ञान देव जी एवं राष्ट्रीय संत श्री किशनलाल शर्मा का भव्य स्वागत पगड़ी, शाल एवं पुष्प माला से किया गया।

इस अवसर पर संत विज्ञान देव जी ने कहा कि हमें जीवन में आत्म कल्याण के लिए अध्यात्मिकता की नितांत आवश्यकता है। अध्यात्मिक जीवन जीने वालों को सुख – दु:ख या हानि लाभ का प्रभाव नहीं होता है। हमें शरीर भोग भोगने के लिए नहीं आत्म कल्याण के लिए मिला है। सेवा में सरलता में जीवन का कल्याण है। मनुष्य भौतिकता में सुख ढूंढ रहा है जो क्षनिक है। आज विचारों का द्वंद कहीं ज्यादा है। इस दौरान ध्यान साधना सिखाई गई। संत किशनलाल ने 6 एवं 7 दिसंबर 2024 को शताब्दी महोत्सव के निमित्त 25000 कुण्डीय हवन यज्ञ के लिए प्रतिभागियों को संकल्पित करवाया।

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अवसर कार्यक्रम में शिव कुमार अग्रवाल, श्याम सुन्दर अग्रवाल, विरेंद्र मालपानी, राम किशन भूरिया, ओमप्रकाश अग्रवाल, मंटू केसरी, सुभाष अग्रवाल, सुशील अन्ने, बिशन लाल संघी, अशोक अग्रवाल, देवेंद्र अग्रवाल, जितेश अग्रवाल, आलोक अवस्थी, मुकेश अग्रवाल, रमाकांत अग्रवाल, राजकुमार शर्मा, राजेंद्र, मोहित विद्यार्थी ,चंदन कुमार के साथ साथ गुरु बहन मीना अग्रवाल, गुड़िया केसरी, सरस्वती अग्रवाल, पूजा मालपानी, किरण अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, डॉ. पी. शशिकला, बबली एवं अनेक गुरु भाई एवं बहने उपस्थित रहे। वंदना, आरती, शांति पाठ एवं महाप्रसाद के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

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