हैदराबाद : राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू पर निर्देशक रामगोपाल वर्मा की टिप्पणी से हड़कंप मच गया है। वर्मा ने ट्वीट किया, “अगर राष्ट्रपति द्रौपदी है तो कौरव कौन हैं? पांडव कौन हैं?” इस टिप्पणी विरोध करते हुए बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने रामगोपाल वर्मा के खिलाफ आबिड्स थाने में दर्ज किया है।
इससे पहले गोशामहल निर्वाचन क्षेत्र के बीजेपी विधायक टी राजा सिंह ने निर्देशक रामगोपाल वर्मा (RGV) को चेतावनी दी है। साथ ही आरजीवी की तुलना वेस्ट फेलो से की है।
विधायक ने आगे कहा कि रामगोपाल वर्मा शराब पीकर ट्वीट करते हैं। उन्होंने मांग की कि आरजीवी के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाये।
राजा सिंह ने कहा कि रामगोपाल वर्मा खबरों में बने रहने की कोशिश करते रहते है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू पर वर्मा के ट्वीट की निंदा करते है। राजा सिंह ने कहा कि एक आदिवासी महिला राष्ट्रपति चुने के समय वर्मा का ट्वीट आहत करने वाला है।
If DRAUPADI is the PRESIDENT who are the PANDAVAS ? And more importantly, who are the KAURAVAS?
— Ram Gopal Varma (@RGVzoomin) June 22, 2022
इससे पहले झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने राष्ट्रपति पद के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके प्रस्तावक बने। इस दौरान BJP चीफ जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सहित कई बड़े नेता वहां मौजूद रहे। ओडिशा के मुख्यमंत्री इटली में होने की वजह से इस नामांकन में शामिल नहीं हो पाए हैं। हालांकि उनके दो मंत्री इस दौरान मौजूद रहे। गुरुवार को बीजद के दो मंत्रियों ने मुर्मू के नॉमिनेशन पेपर पर हस्ताक्षर किए। 64 वर्षीय द्रौपदी मुर्मू ओडिशा से ही आती हैं।
एनडीए की ओर से बीजेपी ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनाकर बड़ा दांव खेला है। बीजेपी के इस दांव से झारखंड मुक्ति मोर्चा की राष्ट्रपति उम्मीदवार के समर्थन को लेकर दुविधा बढ़ गई हैं। आपको बता दें कि जेएमएम ने विपक्ष के साझा उम्मीदवार के तौर पर खड़े यशवंत सिन्हा के लिए स्वीकृति देते हुए हस्ताक्षर भी किया था। अब एनडीए की ओर से आदिवासी उम्मीदवार को उतारे जाने के बाद जेएमएम अपना स्टैंड बदल सकती है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने मुर्मू का समर्थन किया है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने अब तक इस पर प्रतिक्रिया नहीं दी है। द्रौपदी मुर्मू अगर चुनाव जीत जाती हैं तो वो देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति होंगी।