हैदराबाद : हाल ही में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने मुंबई गई तेलंगाना के सीएम केसीआर की टीम में कई टीआरएस नेताओं के साथ फिल्म स्टार प्रकाश राज भी शामिल थे। प्रकाश राज ने उद्धव ठाकरे और शरद पवार के बीच हुई बैठक में भी हिस्सा लिया। इस दौरे में सीएम केसीआर की ओर से प्रकाश राज के शामिल होने पर अच्छी प्राथमिकता दी गई। इसके चलते एक प्रचार शुरू हुआ कि प्रकाश राज को टीआरएस से राज्यसभा सीट की पेशकश की गई है।
गौरतलब है कि अगले कुछ महीनों में टीआरएस की ओर से कुछ और नेताओं को राज्यसभा भेजे जाने की संभावना है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि इनमें प्रकाश राज को मौका दिया जाने का केसीआर ने फैसला लिया है। इसीलिए प्रकाश राज केसीआर के साथ मुंबई दौरे पर नजर आये हैं। हालांकि इस प्रचार पर प्रकाश राज ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अच्छे काम को खराब करने का प्रचार जारी है। साथ ही कहा कि इस विषय पर बोलने का यह ठीक समय नहीं है।
हालांकि इस बात को लेकर बहस छिड़ी हुई है कि सीएम केसीआर प्रकाश राज को इतनी अहमियत क्यों दे रहे हैं? क्योंकि कर्नाटक में पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के बाद प्रकाश राज ने बीजेपी के खिलाफ प्रचार करना शुरू कर दिया। बाद में वह बीजेपी विरोधी हो गये। जब अभिनेत्री कंगना रनौत ने महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की तो प्रकाश राज ने उद्धव ठाकरे सरकार का साथ दिया। कंगना रनौत के आलोचना का जवाब भी दिया। इस तरह महाराष्ट्र सरकार के भी करीब हो गये।
संबंधित खबर :
केसीआर और उद्धव ठाकरे की बैठक में अचानक चमके अभिनेता प्रकाश राज, भविष्य में अहम भूमिका के संकेत
दरअसल प्रकाश राज ने पिछले दिनों सीएम केसीआर से मुलाकात की थी। उस समय दोनों ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा भी की थी। उसके बाद प्रकाश राज ने फिर से फिल्मों पर ध्यान दिया। लेकिन अचानक प्रकाश राज सीएम केसीआर के तीसरे गठबंधन की राजनीतिक पहल के समय प्रकाश राज सामने आ गये है। यही दिलचस्प विषय बना है। विश्लेषकों का मानना है कि प्रकाश राज को राज्यसभा भेजकर राष्ट्रीय स्तर पर केसीआर यह संकेत देना चाहते हैं कि वो पूरी तरह से भाजपा के खिलाफ हैं।
पिछले कुछ समय से सीएम केसीआर यह कहने की कई कोशिशें कर रहे हैं कि वह बीजेपी के खिलाफ हैं। खबरे आ रहे हैं कि प्रकाश राज को अपने करीब लेकर राज्यसभा भेजने की रणनीति का यह एक हिस्सा है। हालांकि राज्यसभा चुनाव में अभी कुछ महीने बाकी हैं। यह तर्क दिया जा रहा है कि सीएम केसीआर तत्कालीन परिस्थितियों के आधार पर टीआरएस की ओर से प्रकाश राज को राज्यसभा की सीट देने पर अंतिम फैसला लिया है। कुल मिलाकर बाहर राजनीतिक प्रचार/चर्चा चाहे कुछ भी हो, मगर केसीआर के महत्वपूर्ण दौरे पर प्रकाश राज के साथ होने को लेकर एक नई बहस शुरू हो गई है।