अमरावती : एपीएसआरटीसी में करीब 2,000 कर्मचारियों को पदोन्नत किया जाएगा। एपीआरटीसी के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक द्वारका तिरुमला राव ने यह बात कही। उन्होंने आगे कहा कि आरटीसी में तदर्थ पदोन्नति को नियमित करने के लिए कदम उठाये गये हैं। तिरुमला राव ने पूर्वी गोदावरी जिले के अमलापुरम आरटीसी डिपो में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया।
मंत्री ने बताया कि 1 जनवरी 2020 से अनुकंपा के आधार पर नियुक्तियां करने के भी आदेश जारी किये गये हैं। 2016 से लंबित नियुक्तियों पर सरकार को रिपोर्ट सौंपी गई है। इस प्रचार में कोई सच्चाई नहीं है कि सेवा के नियम बदले जा रहे हैं। केवल नये कर्मचारियों के लिए सेवा नियम बदलेंगे। पुराने नियम नहीं बदलेंगे।
आरटीसी कर्मचारियों और कर्मचारियों को उच्च पदोन्नति मिलेगी। आरटीसी प्रबंधन ने यांत्रिकी, कनिष्ठ सहायकों, वरिष्ठ सहायकों, सहायक डिपो प्रबंधकों, नियंत्रकों, गैरेज पर्यवेक्षकों, यातायात पर्यवेक्षकों जैसे कर्मचारियों की पदोन्नति की प्रक्रिया को सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी है। नवीनतम पदोन्नत के साथ हर एक को एक रैंक तक बढ़ जाएगा।
आरटीसी के सरकार में विलय के बाद पहली बार पदोन्नति को प्राथमिकता दी गई। इस महीने के अंत तक प्रमोशन के आदेश को आरटीसी के अधिकारी अंतिम रूप देने में लगे हैं। आरटीसी को सरकार में विलय किया गया है। इसके चलते सरकारी कर्मचारियों के समकक्ष स्वास्थ्य बीमा योजना को लागू किया। इसके अलावा दुर्घटना बीमा, जीवन बीमा सुविधा प्रदान किया है। कर्मचारियों के बच्चों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए नि:शुल्क प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया है।
दूसरी ओर एपी आरटीसी में कार्यरत मृतक कर्मचारियों के परिवार के सदस्यों में से एक को अनुकंपा नियुक्ति के माध्यम से नौकरी देने के लिए सरकार सहमत हो गई है। इस समय राज्य को 2016 से 2020 तक अनुकंपा नियुक्तियों को किया जाना है। आरटीसी में वित्तीय समस्याओं का समाधान होने के बाद नियुक्तियां की जाएंगी।