हैदराबाद : टीआरएस विधायक खरीद-फरोख्त मुद्दे ने तेलंगाना में सियासी बवाल खड़ा कर दिया है। टीआरएस ने बीजेपी पर अपनी पार्टी के विधायकों को खरीदने के लिए तीन लोगों को मैदान में उतारने का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि साजिश के तहत तांडूर विधायक पायट रोहित रेड्डी के फार्महाउस में समझौता हुआ है। इस बीच पुलिस ने टीआरएस विधायक पायलट रोहित रेड्डी की शिकायत के आधार पर इस मामले में प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है। पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी में मुख्य बातें सामने आई हैं।
पायलट रोहित रेड्डी ने दर्ज शिकायत में साफ कर दिया है कि अगर वह टीआरएस से इस्तीफा देते हैं और अगले चुनाव में भाजपा में शामिल होते हैं, तो पार्टी आलाकमान से 100 करोड़ रुपये दिये जाने का आश्वासन दिया है। शिकायत में यह भी कहा गया है कि यदि बीजेपी में शामिल नहीं होते है तो ईडी और सीबीआई केस दर्ज किये जाने की धमकी दी है। यदि वे भाजपा में शामिल होते हैं, तो उन्होंने उन्हें केंद्रीय नागरिक अनुबंध के साथ-साथ केंद्र सरकार में उच्च पद देने का वादा किया है। उन्होंने मुझे 100 करोड़ रुपये और मेरे साथ पार्टी में शामिल होने वालों को 50 करोड़ रुपये दिये जाने की पेशकश की। रामचंद्र भारती और नंदकुमार दोनों ही भाजपा के हैं। पुलिस ने पायलट रोहित रेड्डी की इसी शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की है।
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पुलिस ने पूरे देश में हड़कंप मचाने वाले विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। राजेंद्रनगर एसीपी ने खुलासा किया कि भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम 8 के तहत दिल्ली के रामचंद्र भारती के खिलाफ ए1, हैदराबाद के नंदकिशोर को ए2 और तिरुपति के सिम्हायाज़ुलु के खिलाफ ए3 के रूप में मामला दर्ज किया है।