हैदराबाद: तेलंगाना में हर साल महिलाओं पर हमले बढ़ते जा रहे हैं। पिछले साल औसतन 57 दुष्कर्म के मामले दर्ज किये गये थे। तीन साल पहले की तुलना में 2021 में महिलाओं के साथ बलात्कार और हमलों में बड़े पैमाने पर वृद्धि हुई है। 20 हजार से अधिक मामलों के साथ तेलंगाना दक्षिणी भारत में पहले स्थान पर है।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी भारत में अपराध (सीआईआई) की रिपोर्ट में इन विवरणों का खुलासा किया गया है। एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार तेलंगाना में महिलाओं के खिलाफ हिंसा से संबंधित मामलों की संख्या 2020 में 17,791 थी और 2021 में यह बढ़कर 20,865 (17.2 फीसदी) हो गई। इसके बाद आंध्र प्रदेश (17,752 मामले), कर्नाटक (14,468), केरल (13,539) और तमिलनाडु (8,501 मामले) में दर्ज किये गये हैं।
पति और रिश्तेदार सबसे ज्यादा महिलाओं को प्रताड़ित किया
महिलाओं के खिलाफ हिंसा के कुल 20,865 दर्ज मामलों में से 9,468 मामलों में पति और रिश्तेदार जिम्मेदार हैं। तेलंगाना में 823 बलात्कार के मामलों में से 501 मामलों में पीड़ितों के दोस्त, ऑनलाइन मिलने वाले लोग, लिव इन में रहने वाले, तलाक लेकर अकेले रह रहे पुरुष शामिल हैं।
रेप के मामलों में 99.5 फीसदी आरोपी पीड़ितों के परिचित
129 घटनाओं में परिवार के सदस्य और 189 मामलों में पारिवारिक मित्र और सहकर्मी आरोपी है। उल्लेखनीय है कि रेप के मामलों में 99.5 फीसदी आरोपी पीड़ितों के परिचित हैं। एनसीआरबी की रिपोर्ट से पता चला है कि केवल 4 मामलों में आरोपी पीड़ितों के लिए बिल्कुल अजनबी थे। बच्चों के खिलाफ दुष्कर्म के 1,835 मामले दर्ज किये गये हैं।
1967 अपहरण के मामले
तेलंगाना में अपहरण के कुल 1,967 मामले दर्ज किये गये हैं। इनमें से 330 मामलों में जबरन शादी के लिए पीड़ितों का अपहरण किया गया।। मानव तस्करी में भी तेलंगाना पहले स्थान पर है। मानव तस्करी के कुल 123 मामले दर्ज किए गए और विभिन्न क्षेत्रों से 221 पीड़ितों को बचाया गया। महिलाओं के खिलाफ अन्य अपराधों में 12 बलात्कार और हत्या के मामले हैं। दहेज के लिए हत्या के 175 मामले दर्ज किये गये हैं।
साइबर अपराध
आत्महत्या के प्रयास के 403 मामले सामने आये हैं। एसिड हमले और एसिड हमले के प्रयास के एक-एक मामले दर्ज किये गये हैं। उल्लेखनीय है कि देशभर में 52,430 साइबर अपराध दर्ज किए गए हैं। इनमें से करीब 20 फीसदी तेलंगाना में हैं। सोशल मीडिया और इंटरनेट में महिलाओं के उत्पीड़न की 47 साइबर अपराध मामले दर्ज किए गए हैं।