हैदराबाद : अभिनेत्री कराटे कल्याणी मंगलवार को हैदराबाद जिलाधीश के सामने पेश हुईं। कल्याणी के साथ बच्ची के माता-पिता और उसके वकील जिलाधीश के सामने उपस्थित हुए और विस्तृत आवेदन सौंपा। कल्याणी ने जिलाधीश से कहा कि उसे बहुत परेशान किया जा रहा है। हैदराबाद जिलाधीश शरमन ने स्पष्ट किया कि उन्होंने कराटे कल्याणी को नोटिस नहीं दिया है। उन्होंने बाल कल्याण अधिकारियों को जिलाधीश कार्यालय आने के निर्देश जारी किया है।
कराटे कल्याणी ने जिलाधीश से मुलाकात के बाद मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने सवाल किया कि गोद लेने की बात ही नहीं है तो मामला क्या है? उसने कहा कि उसने पांच महीने की बच्ची को गोद नहीं लिया है। बच्ची मेरे और उसके माता-पिता के पास रहती है।
यह सच है कि उन्होंने यूट्यूब चैनल पर कहा था कि उसने बच्ची को गोद लिया है। ऐसा कहने के पीछे मेरा यह इरादा रहा है कि कई लोग उन्हें देखकर प्रेरित होंगे। उन्होंने कहा कि देश में कई बच्चे अनाथ हैं और निःसंतान दंपत्ति ऐसे बच्चों की परवरिश कर सकते है। इसी नेक इरादे से उसने गोद लेने की बात कही है।
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कराटे कल्याणी ने कहा, “इस मामले को लेकर जानबूझकर मुझे बदनाम किया जा रहा है। गोद लेने के मामले में मैंने जिलाधीश को स्पष्टीकरण दिया। मुझे जिलाधीश से नहीं बल्कि सीडब्ल्यूसी की ओर से नोटिस दिया गया। मेरे पास जो बच्ची है उसे गोद लिये जाने का प्रचार शिव शक्ति संस्था कर रही है। साथ ही सत्ता पक्ष दल के नेता और अधिकारी मेरे खिलाफ काम कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि बाल कल्याण आयोग के अधिकारियों से मिलने आई थी। मगर अधिकारी नहीं होने के कारण बुधवार को उनसे मिलने आऊंगी। उसने बच्ची को गोद नहीं लिया है। इसके चलते इस मामले को यहीं पर पूर्ण विराम लगाया जाये।
कुछ लोग उसके खिलाफ साजिश रच रहे है। इस मामले में मुझे फंसाने की कोशिश की जा रही है।