हैदराबाद: लेखिका डॉ. राशि सिन्हा को ‘उपन्यास भूषण श्री अंतर्राष्ट्रीय सम्मान’ से सम्मानित किया जाएगा। के.बी. हिंदी सेवा न्यास के 9 वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मान समारोह में उनकी बहुचर्चित पुस्तक, “आखिर टूटना क्यों” के लिए उन्हें यह सम्मान उत्तर प्रदेश में प्रदान किया जाएगा। यह समिति प्रत्येक वर्ष साहित्य के क्षेत्र में संलग्न साहित्यकारों को उनकी कृतियों के लिए सम्मान प्रदान करती आ रही है। इस बार देश-विदेश के अन्य प्रतिष्ठित साहित्यकारों के साथ नवादा की डॉ .राशि की पुस्तक का भी चयन किया गया है।
हिंदी, ॲंग्रेजी व मागधी में समान रूप से कलम चलाने वाली लेखिका डॉ राशि की यह पुस्तक मूल रूप से उपन्यास है। डॉ. राशि ने बताया कि लेखन के रूप में पुस्तक स्वरूप में यह उनकी प्रथम कृति है किंतु इसका प्रकाशन उनकी अन्य दो पुस्तकों के प्रकाशित होने के बाद होने से यह उनकी तीसरी कृति के रूप में सृजित हो सकी थी।
नारियों के आत्मसम्मान को केंद्र में रखकर लिखी गई इस पुस्तक में डॉ. राशि नारियों के अंतर की शक्ति के बारे में बातें करती दिखाई देती हैं। इस पुस्तक के माध्यम से नारी-जीवन में पुरुष-हस्तक्षेप को दरकिनार करती लेखिका डॉ. सिन्हा नारियों से कहती हैं कि “शक्ति तेरे उर बसे तो फिर टूटना क्यों… आखिर टूटना क्यों… !”
गैरतलब है कि इसके पूर्व भी डॉ. राशि सिन्हा को उनकी कृतियों के लिए कई बार सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें यह सम्मान 19नवंबर को उत्तर प्रदेश में प्रदान किया जाएगा। इस साहित्यकार और लेखकों ने बधाइयां दी है।