हैदराबाद: टीएमसी अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से आगामी राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई विपक्षी पार्टियों की बैठक से तेलंगाना राष्ट्र समिति और आम आदमी पार्टी ने किनारा कर लिया है। टीआरएस अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ममता बनर्जी की ओर से बुलाई गई विपक्ष की बैठक में अपने प्रतिनिधि को नहीं भेजने का फैसला किया है। वहीं आम आदमी पार्टी स्पष्ट किया कि राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित होने के बाद ही आप इस मुद्दे पर विचार करेगी।
मुख्यमंत्री केसीआर ने ममता बनर्जी की ओर से बुलाई गई आज की विपक्ष की बैठक में अपने प्रतिनिधि को नहीं भेजने का फैसला किया। पार्टी ने कहा कि वह कांग्रेस और बीजेपी के साथ समान दूरी बनाए रखेगी। पहले यह तय किया गया था कि वह आज की बैठक में प्रतिनिधि भेजेगा।
मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने प्रगति भवन में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ पांच घंटे की बैठक के बाद यह फैसला लिया। पार्टी ने कहा कि वह कांग्रेस और बीजेपी से समान दूरी बनाये रखना चाहती है। इसीलिए ममता की बैठक को बैठक को छोड़ रही है। मजे की और सोचने की बात यह है कि केसीआर ने सबसे पहले संयुक्त विपक्षी उम्मीदवारों के विचार को आगे बढ़ाया। इस मुद्दे को लेकर उद्धव ठाकरे, शरद पवार, देवेगौड़ा, अखिलेश यादव और अन्य नेताओं के साथ बैठकें भी की हैं।
इसी क्रम में आम आदमी पार्टी ने भी ममता बनर्जी की ओर से बुलाई गई बैठक से दूर रहने के फैसला लिया है। आप का कहना है कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार की घोषणा के बाद ही इस मुद्दे पर विचार करेगी। इसके अलावा नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी के राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त विपक्षी रणनीति तैयार करने के लिए ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल होने की संभावना नहीं है।
आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त रणनीति तैयार करने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से बुलाई गई बैठक में विपक्षी दलों के कई नेता शामिल होंगे। मुख्य रूप से कांग्रेस, सीपीआई और सीपीआई (एम), डीएमके, शिवसेना, आरएलडी के नेता इस बैठक में शामिल होंगे। साथ ही पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, जेएमएम से झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन भी बैठक में भाग लेंगे।
गौरतलब है कि मंगलवार को ममता बनर्जी दिल्ली पहुंचीं थी और एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार से उनके आवास पर मुलाकात की थीं। जानकारी के मुताबिक बैठक के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शरद पवार से राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष का उम्मीदवार बनने को लेकर बात की थी। हालांकि, शरद पवार इसके लिए तैयार नहीं हुए। (एजेंसियां)