हैदराबाद : टीपीसीसी अध्यक्ष और सांसद ए रेवंत रेड्डी ने कांग्रेस पार्टी से त्यागपत्र देने वाले राजगोपाल रेड्डी पर पलटवार करते हुए कहा कि यह फैसला व्यापारिक हितों से लिया है। रेवंत रेड्डी ने नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में आगे कहा, “ऐसे समय में जब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बीजेपी सरकार राजनीतिक उद्देश्यों के लिए ईडी द्वारा पूछताछ की जा रही है। ऐसे समय में राजगोपाल रेड्डी पार्टी कैसे छोड़ सकते हैं। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें दर्जा और छवि दी है।”
उन्होंने कहा कि राजगोपाल रेड्डी के पार्टी छोड़ जाने के फैसले से पार्टी आलाकमान को कोई आश्चर्य नहीं हुआ।
रेवंत रेड्डी ने घोषणा की कि मुनुगोडु में कांग्रेस की सीट बरकरार रहेगी। इस बीच, एआईसीसी पार्टी के प्रभारी मणिकम टैगोर ने मुनुगोडु निर्वाचन क्षेत्र के लिए सात सदस्यीय रणनीति और अभियान समिति के गठन की घोषणा की है। इसके संयोजक मधु याश्की गौड़ है।
टीपीसीसी अध्यक्ष ने कहा कि राजगोपाल रेड्डी ने केवल अनुबंध और व्यक्तिगत लाभ के लिए कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव लड़ने के लिए तैयार है। इसके कार्य योजना पर चर्चा के लिए पांच अगस्त को पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक आयोजित की जाएगी। राजगोपाल रेड्डी के भाई और भुवगिरी के सांसद कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी के पार्टी में बने रहेंगे और उपचुनाव की जिम्मेदारी उनके कंदों पर है।