हैदराबाद : जब हम जंगल में जाते है और सामने बाघ दिखाई तो कैसी और क्या स्थिति होती होगी। पैजामा गिला होता है या दिल का दौरा पड़ जाता है या सब कुछ राम भरोसो छोड़ देना पड़ता है। मगर तेलंगाना के कोमरमभीम आसिफाबाद जिले बतुकम्मा फूल के लिए गये एक व्यक्ति को सामने बाघ ही दिखाई दिया। मगर किस्मत अच्छी थी कि उसकी जान बच गई। क्योंकि बाघ ने उस व्यक्ति को नहीं देखा, जो बाघ के पास फूल लेने गया था।
मिली जानकारी के अनुसार, कोमुरभीम आसिफाबाद जिले के बेज्जुर मंडल के पापन्नापेट गांव निवासी दंदेरा पेंटय्या बतुकम्मा के फूलों के लिए गांव के सीमांत क्षेत्र के पहाड़ पर गया। उसी समय उसे एक बाघ दिखाई दिया। बाघ को देख वह अचानक चौंक गया। मगर बाघ ने उसे नहीं देखा। यह देख पेंटय्या धीरे-धीरे वहां से बिना बाघ को दिखाई दिये गांव की ओर दौड़ पड़ा। आकर उसने गांव वालों को बाघ के दिखाई देने की बात बताई। उसकी बात सुनकर गांव वाले भी चौक गये।
इसके बाद गांव के सरपंच बुजजी़ शेखर के साथ कुछ लोग उस स्थान पर गये जहां पेंटय्या ने बाघ दिखा था। मगर इनके आने से पहले ही बाघ जंगल में जा चुका था। हालांकि वहां पर बाघ के पैरों के निशान पाये गये। गांव वालों ने पेंटय्या के बाघ के देखे जाने की पुष्टि की है। इसके बाद गांव वालों ने वन अधिकारियों को बाघ के बारे में सूचित किया और अधिकारियों से आग्रह किया कि बाघ से गांव वालों को सुरक्षा प्रदान करें।