अमरावती : आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टणम जिले में एक ही स्कूल में पिता, पुत्र, पोता पढ़ाते, पढ़ चुके और पढ़ते हैं। पिता प्रधानाध्यापक और पुत्र शिक्षक है तो उसी स्कूल में पोता पढ़ रहा है। इसके अलावा पिता और पुत्र दोनों भी उसी स्कूल में पढ़ चुके है। यह एक दुर्लभ संयोजन है।
वैसे तो बाप और बेटा दोनों टीचर बहुत से लोग हैं। मगर वो एक ही स्कूल में काम करना और वह भी खुद के गांव में होना/रहना बहुत दुर्लभ है। अगर ऐसा हो भी जाये तो उसी परिवार की तीसरी पीढ़ी एक ही स्कूल में पढ़ना असामान्य बात है। क्या यह अद्भुत नहीं है? अगर आप उस चमत्कार को देखना चाहते हैं तो आपको विशाखापट्टणम जिले ए कोडुरु मंडल के परिषद प्राथमिक विद्यालय जाना होगा।
ई मल्लेश्वर राव हाल ही में इस स्कूल में तबादला होकर प्रधान्याध्यपक के रूप में आया है। कुछ दिन बाद उसका बेटा दुर्गा प्रवीण भी तबादला हो कर उसी स्कूल आया है। बताया गया कि साल 1963 से 1973 तक मल्लेश्वर राव ने इसी स्कूल में पढ़ाई की है। साल 1986 में शिक्षक के रूप में कदम रखा है। उसका बेटा दुर्गा प्रवीण भी उसी स्कूल में 1994 से 1999 तक पढ़ाई की। साल 2021 में डीएससी में उत्तीर्ण हुआ और टीचर बन गया। अब बाप और बेटा दोनों खुद के गांव में पढ़ा रहे हैं।
यह भी बताया गया कि इस स्कूल में पढ़ चुके अधिकतर छात्र अच्छे-अच्छे पदों पर इस समय काम कर रहे हैं। इसी क्रम में दुर्गा प्रवीण का बेटे शिवा अनिरूद्दीन भी अब उसी स्कूल में पढ़ रहा है। शिवा पहली कक्षा में है। अगर ये तीनों एक साथ घर से स्कूल आते-जाते है तो गांव के लोग उन्हें आश्चर्च चकित होकर देखते रहते हैं।