अमरावती/हैदराबाद/भुवनेश्वर: बंगाल की खाड़ी के उत्तरपूर्वी और उससे जुड़े पूर्वी मध्य क्षेत्र में गहरे दबाव का क्षेत्र बनने पर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने शनिवार को ओडिशा तथा आंध्र प्रदेश के लिए चक्रवाती तूफान की चेतावनी जारी की है। गहरे दबाव का क्षेत्र गोपालपुर से 510 किलोमीटर पूर्व-दक्षिणपूर्व और आंध्र प्रदेश के कलिंगपट्टणम से 590 किलोमीटर पूर्व में शनिवार सुबह से बना हुआ है। पाकिस्तान ने इस तूफान को ‘गुलाब’ नाम दिया है।
आईएमडी अधिकारियों ने कहा, “बंगाल की खाड़ी से ‘गुलाब’ तूफान उठ रहा है। यह जल्द ही चक्रवाती तूफान का रूप लेकर कई राज्यों में तबाही मचा सकता है। इसके अगले 12 घंटों में चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है। यह 26 सितंबर की शाम तक कलिंगपट्टणम के आसपास विशाखापट्टणम और गोपालपुर के बीच उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तटों की ओर बढ़ने की संभवना है।”

उन्होंने आगे बताया कि इसके प्रभाव से शनिवार को ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश के ज्यादातर स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान है। रविवार को भी दक्षिण ओडिशा और उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश में ज्यादातर स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने और कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
ओडिशा के उत्तरी इलाकों, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में भी रविवार को भारी बारिश हो सकती है। इसी तरह आईएमडी ने 27 सितंबर के लिए ओडिशा और तेलंगाना के ज्यादातर स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। साथ ही तटीय पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में भारी बारिश से अति भारी बारिश की संभावना है।

इसके चलते बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम और पश्चिम-मध्य क्षेत्र में 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने का भी अनुमान है। अगले तीन दिनों के दौरान समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी और ओडिशा, पश्चिम बंगाल तथा आंध्र प्रदेश में मछुआरों को 25 से 27 सितंबर तक बंगाल की खाड़ी के पूर्वी-मध्य और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में समुद्र में न जाने की चेतवान दी गई है।
आईएमडी ने यह भी कहा कि 26 सितंबर को तटीय आंध्र प्रदेश और अगले दो दिनों में ओडिशा तथा छत्तीसगढ़ में मूसलाधार बारिश के कारण सड़कों के जलमग्न होने और निचले इलाकों में जलभराव का भी अनुमान है। तटीय इलाकों के सभी जिलाधीशों से मौसम पूर्वानुमान के मद्देनजर सतर्क रहने के निर्देश दिया है।
‘गुलाब’ के खतरे को देखते हुए ओडिशा के सात जिलों में पहले ही हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस तूफान की वजह से बंगाल में भारी बरसात की आशंका जताई जा रही है। भारी बरसात के खतरे को देखते हुए सभी सरकारी कर्माचरियों की छुट्टियां 5 अक्टूबर तक रद्द कर दी गई हैं। आपदा के ऐसे समय में ज्यादा से ज्यादा कर्मचारियों के कामकाज की जरूरत होती है। ताकि हालात पर जल्द काबू पाया जा सके।
गुलाब तूफान के खतरे से निपटने के लिए सरकार ने तैयारियां पूरी कर ली है। आज इस मुद्दे पर कैबिनेट सचिव राजीव गाबा की अध्यक्षता में नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट कमेटी की बैठक हुई। मीटिंग में तूफान से निपटने को लेकर केंद्र और राज्य सरकार की तैयारियों की समीक्षा की गई। तूफान से बचाव के लिए सभी प्रभावित राज्यों में एनडीआरएफ की 18 टीमें तैनात की गई हैं। अतिरिक्त टीमों को भी अलर्ट पर रखा गया है। आर्मी और नेवी को भी पूरी तरह से तैयार रखा गया है।