हैदराबाद: आंध्र प्रदेश के कडपा जिले के गुव्वलचेरुवु घाट रोड की खाई में मिले तीन शवों के रहस्य पर से पर्दा उठ गया है। हालांकि पहले तो लगा कि किसी ने उनकी हत्या कर यहां फेंक दिया होगा। मगर इसके पीछे बहुत बड़ी त्रासदी छिपी होने का खुलासा हुआ है। मृतकों की पहचान रायचोटी मंडल के गोल्लापुरेड्डीपल्ले गांव निवासी के रूप में की गई है।
मिली जानकारी अनुसार, गोल्लापुरेड्डीपल्ले गांव के कुछ लोग कर्नाटक में कोयला जलाने के काम करने के लिए गये थे। इसी बीच दूषित पानी पीने से तीनों गंभीर रूप से बीमार हो गये। उल्टी-दस्त से भंयकर पीड़ित जाने के कारण गाव जाने के लिए रवाना हुए। लेकिन जब वे आल्लगड्डा पहुंचे, तो उनमें से तीन की मौत हो गई।
इसके चलते परिजनों ने तीनों के शवों को उनके पैतृक गांव ले जाने का फैसला किया। लेकिन तीनों की गंभीर बीमारी से मौत हो गई थी। यह जानकारी मिलते ही गांव वालों ने शवों को गांव में नहीं लाने का सुझाव दिया। इतना ही मृतकों के परिजन भी गंभीर रूप से बीमार थे। परिजन शवों को दफनाने की स्थिति में भी नहीं थे। एक हफ्ते की लंबी जांच के बाद पता चला कि रिश्तेदारों ने तीनों शवों को गुव्वलचेरुवु घाट की खाई में फेंक दिया।
गांव वालों के सुझाव पर परिजनों ने एक महिला और दो पुरुषों के शवों को घाटी में फेंक दिया और गांव चले गये। मृतक के रिश्तेदार शिवाजी ने मीडिया को बताया कि खुद के लोगों को ही घाटी में फेंकर जाने की नौबत आई है। करीब एक हफ्ते पहले गुव्वलचेरुवु घाट रोड पर तीन लाशें सड़ी-गली हालत में मिली थीं। चूंकि सिर में चोट के अलावा और कोई जख्म नहीं थे। इसलिए यह माना गया कि किसी ने उन्हें मारकर यहां फेंक दिया है। मृतक की शर्ट पर रायचोटी गुड विल टेलर्स का लेबल लगा था। उसी लेबल के आधार पर पुलिस ने जांच की और रहस्य पर से पर्दा उठ गया।