हैदराबाद: सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की ओर से तेलंगाना उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के रूप में अनुशंसित 12 नामों में से 10 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा अनुमोदित किया गया है। केंद्र सरकार ने मंगलवार को जजों की नियुक्ति को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया है। इनमें से पांच वकीलों के कोटे से और पांच जजों (न्यायिक अधिकारियों) के कोटे से हैं।
नियुक्त न्यायाधीशों में कासोजू सुरेंदर, सुरेपल्ली नंदा, मुम्मिनेनी सुधीर कुमार, जुव्वाडी श्रीदेवी, नच्चराजू श्रवण कुमार, जी अनुपमा चक्रवर्ती, एमजी प्रियदर्शिनी, संबाशिवराव नायुडु, येनुगु संतोष रेड्डी और डॉ देवराजू नागार्जुन शामिल हैं।
गुरुवार को शपथ
पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने राष्ट्रपति को सिफारिश की थी कि वकीलों के कोटे से सात और जजों के कोटे से पांच को हाईकोर्ट के जज के रूप में नियुक्त किया जाये। हालांकि वकीलों के कोटे में चाडा विजयभास्कर रेड्डी और मिर्जा सैफुल्ला बेग की नियुक्ति को मंजूरी नहीं मिली है नये जज गुरुवार को शपथ लेने की उम्मीद है।
अब भी 13 पद रिक्त
तेलंगाना उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की कुल संख्या 42 हैं। वर्तमान में 19 जज हैं। मंगलवार को दस की नियुक्ति के साथ जजों की संख्या बढ़कर 29 हो गई हैं। अब भी 13 पद रिक्त हैं। पिछले साल अगस्त में जजों के कोटे में सात जजों की नियुक्ति की गई थी।
सात महीनों में 17 न्यायाधीश
नवीनतम नियुक्तियों के साथ इन सात महीनों में तेलंगाना उच्च न्यायालय में 17 न्यायाधीश आये हैं। तेलंगाना उच्च न्यायालय का गठन 1 जनवरी 2019 को हुआ था। तब न्यायाधीशों की संख्या केवल 24 थीं। न्यायमूर्ति एनवी रमणा के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार संभालने के बाद यह संख्या बढ़कर 42 हो गई हैं।
चार महिलाएं जज
दस नवनियुक्त न्यायाधीशों में से चार महिलाएं हैं। इन्हें मिलाकर हाईकोर्ट में महिला जजों की संख्या बढ़कर दस हो गई है। इसके साथ ही मद्रास उच्च न्यायालय के बाद तेलंगाना उच्च न्यायालय में देश में सबसे अधिक महिला जज हैं।