हैदराबाद : तेलंगाना कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने बुधवार को राजभवन में राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन से मुलाकात की। इस दौरान नेताओं ने तेलंगाना में बेरोजगारी, 111 जीओ, फसल बेचने वाले किसानों को मुआवजा, बिजली शुल्क में की गई वृद्धि, ड्रग्स के बढ़ते मामले, मूसी नदी के प्रदूषण पर राज्यपाल से शिकायत की। इससे पहले कांग्रेस के नेता सीएलपी कार्यालय में मिले। वहां से वे सीधे राजभवन गये और राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन से भेंट की और एक ज्ञापन सौंपा।
राज्यपाल से मिलने वालों में टीपीसीसी के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी, स्टार प्रचारक व सांसद कोमटिरेड्डी वेंकट रेड्डी, संगारेड्डी विधायक जग्गारेड्डी, पूर्व सांसद अंजन कुमार यादव, रेणुका चौधरी, पोन्नम प्रभाकर, मधु याश्की, पूर्व मंत्री शब्बीर अली, गीता रेड्डी, राष्ट्रीय किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष कोदंड रेड्डी, दासोजू श्रवण और अन्य नेता मौजूद थे।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि धान की खरीद पर सरकार के लापरवाही किये जाने के कारण किसानों को काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने राज्यपाल से कहा कि धान को सरकार की ओर से खरीदी नहीं किये जाने के कारण 40 फीसदी फसल को निजी तौर पर बेची गई है। उन्होंने मांग की कि उन किसानों के खातों में मुआवजा देने का सरकार को आदेश दिया जाये जिन्होंने पहले ही फसल बेची है।
नेताओं ने यह भी मांग की कि 111 जीओ पर सर्वदलीय बैठक बुलाई जाये। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार डिस्कम को बकाया है। ऐसे समय में सरकार बिजली के दाम बढ़ाकर लोगों पर बोझ डाल रही है। कांग्रेस नेताओं ने 111 जीओ की समीक्षा करने के अलावा ड्रग्स और कानून व्यवस्था की समीक्षा करने का राज्यपाल से आग्रह किया।
इसके बाद कांग्रेस के नेताओं ने मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आंदोलन के दबाव में आकर ही सरकार ने धान फसल की खरीदी करने को तैयार हो गई है। यह कांग्रेस की जीत है।12 महीने के बाद तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार सत्ता में आएगी। तब किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार किसानों की सरकार होगी। बटई करने वाले किसानों को भी सरकारी योजनाओं को लागू किया जाएगा। नेताओं ने कहा कि धान के मुद्दे पर केंद्र और तेलंगाना सरकार को दिल्ली में एक और गली में एक पार्टी ने आंदोलन के नाम पर ड्रामा किया है।