हैदराबाद: मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की अध्यक्षता में सोमवार को मंत्रिमंडल की बैठक हुई। बैठक में तेलंगाना में कोरोना की जाता हालत, नूतन जोनल पद्धति में हुए कर्मचारियों का विभाजन और अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई। मंत्रिमंडल ने बैठक में अनेक फैसले लिए हैं।
बैठक के बाद केसीआर की ओर से मीडिया को संबोधित करने की सूचना दी गई। इसके चलते मुख्यमंत्री की घोषणा पर सभी उत्सूकता से देख रहे थे। मगर अचानक प्रेस मीट रद्द कर दिया गया। प्रेस मीट रद्द क्यों किया गया इसका पता चलना बाकी है। फिर भी मुख्यमंत्री के प्रेस रद्द किये जाने को लेकर सर्वत्र चर्चा का विषय बन गया।
मंत्रिमंडल की बैठक में तेलंगाना स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना को लेकर पेश गिये गये रिपोर्ट पर चर्चा की गई। रिपोर्ट में बताया गया कि तेलंगाना में कोरोना नियंत्रण में है। स्वयं एहतियात बरतने पर कोरोना को नियंत्रण किया जा सकता है। रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने मन बनाया है कि कर्फ्यू या लॉकडाउन लागू करने की जरूरत नहीं है।
इसके अलावा तेलंगाना में सरकारी स्कूलों में आने वाले शैक्षणिक वर्ष से अंग्रेजी माध्यम को लागू करने का फैसला लिया है। इसके लिए शिक्षा मंत्री सबिता इंद्रा रेड्डी की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई हैं।
इसके अलावा ‘मन ऊरु-मन बड़ी’ (हमारा गांव-हमारा स्कूल) कार्यक्रम के तरह सरकारी स्कूलों में मूलभूत सुविधा के लिए 7,289 करोड़ रुपये मंजूर किये हैं। इतना ही नहीं निजी शिक्षण संस्थाओं में अधिक फीस के नियंत्रित करने के लिए नया कानून लेकर आने का मंत्रिमंडल ने फैसला लिया है।