हैदराबाद (सरिता सुराणा की रिपोर्ट): सूत्रधार साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था, भारत हैदराबाद द्वारा आयोजित 43 वीं मासिक गोष्ठी हर्षोल्लास पूर्वक सम्पन्न हुई। संस्थापिका सरिता सुराणा ने सभी सम्मानित सदस्यों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन किया और गणेशोत्सव की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। श्रीमती किरन सिंह ने स्वरचित सरस्वती वन्दना प्रस्तुत करके गोष्ठी का शुभारम्भ किया।
सरिता सुराणा ने बताया कि 23 सितम्बर को राष्ट्रकवि श्री रामधारी सिंह दिनकर जी की जयन्ती के उपलक्ष्य में उनके समग्र रचना-संसार पर एक विशेष परिचर्चा कार्यक्रम आयोजित किया गया था। 22 तारीख को उनके सुपुत्र श्री केदारनाथ सिंह जी का निधन होने पर संस्था परिवार द्वारा उन्हें हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित की गई। तत्पश्चात् उन्होंने दिनकर जी के बचपन और उनकी काव्यगत विशेषताओं के बारे में सभा को अवगत कराया। द्वितीय सत्र में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें उपस्थित सभी सदस्यों ने एक से बढ़कर एक रचनाएं प्रस्तुत की।
इस गोष्ठी में श्रीमती किरन सिंह, श्रीमती तृप्ति मिश्रा, श्रीमती भावना पुरोहित, बिनोद गिरि अनोखा, देवकांत पवार, डॉ संगीता जी. शर्मा, श्रीमती अमृता श्रीवास्तव, श्रीमती विनीता शर्मा, कोलकाता से श्रीमती सुशीला चनानी और श्रीमती हिम्मत चौरड़िया ने अपनी गरिमामय उपस्थिति प्रदान की और विविध रसों से परिपूर्ण रचनाएं प्रस्तुत की। साथ ही साथ हिन्दी भाषा के उत्थान और अन्य भारतीय भाषाओं के विकास हेतु बहुत ही सार्थक परिचर्चा भी की गई। अन्त में सरिता सुराणा ने हिन्दी भाषा पर अपनी रचना प्रस्तुत की और सभी सहभागियों का हार्दिक आभार व्यक्त किया।