हैदराबाद : हुजूराबाद उपचुनाव को लेकर सट्टा बाजार गरम है। कहा जा रहा है कि अब तक एक हजार करोड़ रुपये से अधिक का सट्टा लग चुका है। इसमें और बढ़ोत्तरी होने की संभावना है। होटलों और रेस्टॉरेंटों में बुकी डेरा डाले बैठे हैं। कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और अन्य राज्यों के बुकी सट्टा बाजार में शामिल है। मुख्य रूप से जीत, हार और बहुमत के आधार पर सट्टा लगाया जा रहा है।
कुछ दिन पहले तक एक ओर सट्टा लगाया जा रहा था। मगर अब सीन बदल गया है। दो पार्टी- टीआरएस और बीजेपी के हार-जीत पर सट्टा लगाया जा रहा है। कल तक टीआरएस और बीजेपी के उम्मीदवार पर 100 से 200 करोड़ रुपये का सट्टा लग चुका था। अब एक हजार करोड़ रुपये पार हो गया है।
खबर है कि ईटेला राजेंदर की जीत पर सबसे अधिक सट्टा लगाया जा रहा है। एक रुपये के बदले एक हजार रुपये का सट्टा लगा है। एक हजार से शुरू हुआ सट्टा अब करोड़ों रुपये तक पहुंच चुका है। सट्टा केवल जीत और हार पर ही नहीं, बल्कि उम्मीदवार के बहुमत और किस पार्टी को कितने वोट मिलेंगे इस पर भी सट्टा लगाया जा रहा है।
यह भी पढ़ें :
पेट्रोल, डीजल और गैस की कीमतें बढ़ाने और उद्यमों को बेचने वाली बीजेपी को न दें वोट: BC JAC
बीजेपी और टीआरएस की जीत के साथ बहुमत के अंतर को लेकर भी सट्टा लगाया जा रहा है। ईटेला राजेंदर को 20 हजार बहुमत पर एक सौ रुपये के बदले दस गुना ज्यादा दिये जाने का सट्टा लगा है। इसी क्रम में गेल्लु श्रीनिवास यादव की जीत पर एक हजार के बदले चार गुना ज्यादा देने का सट्टा लग चुका है। कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार को कितना फीसदी मतदान मिलेगा इस पर भी सट्टा लगा है।
आपको बता दें कि हुजूराबाद उपचुनाव के लिए 30 अक्टूबर को मतदान होगा। 2 नवंबर को वोटों की गिनती होगी। पूर्व मंत्री ईटेला राजेंद्र के इस्तीफा दिये जाने के चलते हुजूराबाद उपचुनाव अनिवार्य हो गया है। जमीन हड़पने के आरोपों के बाद ईटेला ने विधायक और मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद में वे भाजपा में शामिल हो गये।