मधुमेह अब एक आम बीमारी बनती जा रही है। अधिकतर मनुष्य सभी देश में इस बीमारी से पीड़ित पाए जा रहे हैं। इसका क्या कारण है, विचारणीय है। मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जो आसानी से पकड़ में नहीं आती, जब ज्यादा स्वास्थ्य गिरने लगता है तब जांच करने के बाद ही पता लग पाता है कि मधुमेह हुआ है।
मधुमेह तीन प्रकार का होता है। टाइप-1, टाइप-2 और गर्भ विधि मधुमेह दुनिया भर में हजारों लोग मधुमेह बीमारी से पीड़ित है, जिसमें टाइप दो अधिकतर लोगों को पाया जाता है। टाइप 1 स्व प्रतिरक्षी रोग इसमें शरीर में इंसुलिन नहीं बनता है। इस प्रकार के लोगो को हर दिन इंसुलिन लेना पड़ता है। टाइप 2 में लोग अगर नियमित खान-पान और दवाई का सेवन करें तो वह स्वस्थ रह सकते हैं।
मधुमेह आसानी से कम होने के लिए जागरूकता बढ़ाने के लिए 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस मनाया जाता है। 14 नवंबर को सर फ्रेडरिक बैटिंग का जन्मदिन है। उन्होंने 1922 में चार्ल्स वेस्ट के साथ मिलकर इंसुलिन को खोज निकाला था। 2007 में विश्व मधुमेह दिवस पर ब्लू सर्किल लोगों का उपयोग करके अभियान चलाया था, जिसको संयुक्त राष्ट्र ने भी मान्यता दी थी।
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यह मधुमेह समुदायों की एकता का प्रतिनिधित्व करता है। इस दिन मधुमेह से संबंधित जोखिम के बारे में विशेष प्रकार के सेमिनार, शैक्षिक वार्ताएं कार्यशालाएं आयोजित की जाती है और अस्पतालों में निशुल्क स्वास्थ्य आदि की प्रक्रिया अपनाई जाती है। जिस से मधुमेह के निदान के बारे में आवश्यक जानकारी दी जा सके।
अनेक प्रतिष्ठान स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए दौड़, वाक, मैराथन, व्यायाम जैसे सत्र आयोजित करते हैं। इस दिन लोग नीले रीवन या नीले कपड़े पहन कर ब्लू सर्किल का प्रतीक साजा करते हैं। मधुमेह बीमारी के खिलाफ एकता का प्रतिनिधित्व होता है। अनेक इमारतें पर लैंडमार्क को नीले रंग में लगाया जाता है, जो विश्व मधुमेह दिवस का लोगो है।
वर्ष 2024 की थीम है- मधुमेह और स्वास्थ्य
लोगों को जीवन शैली में बदलाव के लिए अनेक महत्वपूर्ण सुझाव दिए जाते हैं, जिससे मधुमेह पर नियंत्रण पाया जा सके। जिसमें रोजमर्रा की दिनचर्या में परिवर्तन, खान पान पर ध्यान देना, शुगर पर नियंत्रण, उचित समय सारणी के साथ कई बार भोजन ले, एक बार में ज्यादा ना खाएं। वजन पर नियंत्रण बनाए रखें। मुख्य रूप से 30 मिनट तक तेज कदमों से जॉगिंग करें।
जॉगिंग न कर सके, वह सुबह को टहलने जरूर जाए। नियमित डॉक्टर से सलाह लें। डॉक्टर के द्वारा बताइ हुए दवाई समय से ली जाए। तो अवश्य मधुमेह पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
कहा जाता है न कि मधुमेह रईसों की बीमारी है। यानी की आरामदायक जिंदगी जीने से मधुमेह होने की संभावना अधिक रहती है। अपनी प्रतिदिन जीवन शैली में सुधार लाकर इस बीमारी से बचा जा सकता है।
के पी अग्रवाल हैदराबाद