हैदराबाद: श्री श्रीनिवास वेलफेयर युवा मंडल (गणपति लेन, गोल्ला खिड़की, कबूतर खाना, बहादुरपुरा) गणेशोत्सव में एक नया इतिहास रचने जा रहा है। यह इतिहास श्री श्रीनिवास वेलफेयर युवा के अध्यक्ष प्रसन्ना के साथ इनके कर्मठ सदस्य मधु, विजेंद्र, रघु, महेन्द्र एवं अन्य के सहयोग से सफल हो पा रहा है।
आयोजकों ने बताया कि 2020 में मंडल ने गणेशजी का विसर्जन पवित्र नदियों में करने का निर्णय लिया। इसी के तहत 2020 में गोदावरी नदी, भद्राचलम में विसर्जन किया गया। 2021 में कृष्णा नदी, श्रीशैलम में और 2022 में गंगा नदी, काशी में विसर्जन किया गया। इस वर्ष 2023 में नर्मदा नदी के उज्जैन में विसर्जन करने के सभी प्रबंध किये गये हैं। 28 सितंबर को विशेष वाहन से उज्जैन के लिए रवाना होंगे।
प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी 56 भोग श्रीगणेश के लिए बनाया गया। छप्पन भोग प्रसाद डॉक्टर के सत्यनारायण अश्विन कुमार ने बनवाया, जो 5,600 किलोग्राम है। श्री श्रीनिवास वेलफेयर युवा मंडल के पदाधिकारियों ने श्रद्धालुओं से श्री गणेश जी के दर्शन करने के लिए सादर आमंत्रित किया है और प्रसाद ग्रहण करने का विनम्र निवेदन भी किया है।
गौरतलब है कि पिछले 58 सालों से यहां पर गणेश स्थापना की परंपरा चली आ रही है। स्थानीय के अलावा आसपास के श्रद्धालुओं की कड़ी मेहनत से इसकी अपनी अलग पहचान बनी है।