हैदराबाद: तेलंगाना में सरकारी छात्रावासों में यौन उत्पीड़न और उत्पीड़न की घटनाएं लगातार सामने आती रहती हैं। इस तरह की घटनाएं प्रकाश में आने पर अधिकारी नाम मात्र कार्रवाई करके छोड़ देते हैं। अर्थात सख्त कार्रवाई नहीं की जाती है। इसीलिए इस प्रकार की घटनाएं बार-बार होती रहती है। तेलंगाना के यादाद्री भुवनगिरी जिले के आलेरू अल्पसंख्यक आवासीय छात्रावास में यौन उत्पीड़न को लेकर एक छात्रा द्वारा लिखी गई चिट्ठी से हड़कंप मच गया है।
छात्रा द्वारा जिला अल्पसंख्यक अधिकारी और जिलाधीश के साथ विधायक गोंगिडी सुनीता महेंद्ररेड्डी, स्थानीय एसआई और मीडिया रिपोर्टों से गुहार लगाते हुए लिखे में पत्र से दिलदहला देने वाली बातें सामने आई हैं। छात्रा ने लिखा है कि आलेरु माइनॉरिटी रेजिडेंशियल स्कूल के कुछ कर्मचारी छात्राओं के साथ अभद्र व्यवहार करते हैं और उनका यौन उत्पीड़न करते हैं। उसने छात्राओं को उनके चंगुल से बचाने की गुहार लगाई है। छात्रा के पत्र को देखकर सबकी आंखें नम हो गई है।
छात्रा ने लिखा है कि आवासीय विद्यालय के सुरक्षा गार्ड गौस और साजिया बिना कपड़े पहने छात्रावास में घूमते रहते हैं। छात्राएं स्नान करते समय कमरे में आते है। गंदी-गंदी हरकते करते हैं। इतना ही नहीं बाहर से कुछ लोगों को लेकर आते है और शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डालते हैं। छात्रावास के पास ही स्कूल में कार्यरत कुछ कर्मचारी किराये के मकान लेकर रह रहे है। यह कर्मचारी बहुत सी छात्राओं को वहां ले जाकर यौन उत्पीड़न करते है।
छात्रा ने आगे लिखा है कि रात 12 बजे के बाद छात्राओं को नींद से उठाकर ले जाते हैं और गैर मर्द के साथ शारीरिक संबंध बनाते और बड़े पैमाने पर उनसे पैसा वसूल करते है। कभी-कभी इच्छा नहीं होने और दर्द होने की शिकायत करने पर भी यह नजरअंदाज करते है और प्रताड़ित करते है। साथ ही बाहर किसी को बताया तो टीसी देकर घर भेजने की धमकी देते हैं। यदि इनकी बात नही मानी तो शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते हैं। विरोध करने वालों को खाना भी नहीं देते हैं। ऐसे कामांधा लोगों से बचाने का उसने सरकार से आग्रह किया है।
वह पत्र झूठा है: स्कूल प्राचार्य
इसी क्रम में स्कूल के प्रिंसिपल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पत्र में जो कुछ लिखा है वह सब मनगढ़ंत और झूठ है। प्रिंसिपल ने कहा कि हमारे पास ‘आया’ के रूप में काम करने वाली आर्शिया से उसके पति ने तलाक लिया है। उसने ही जानबूझकर यह पत्र तैयार किया/लिखा है। वह छात्रावास की छवि को खराब करने पर तुला है। प्राचार्य आगे कहा कि उन दोनों के बीच उठे विवाद में स्कूल को घसीटा गया है। इस मामले की शिकायत जिलाधीश और स्थानीय पुलिस में की जा चुकी है। पुलिस छात्रा के हस्ताक्षर की पहचान करने में जुटी है।