हैदराबाद : मेडारम जातरा का पहला कार्यक्रम बुधवार रात को आरंभ हुआ। वन देवता सारलम्मा गद्दा (चबूतरा या सिंहासन) पर विराजमान हो गई। कन्नेपल्ली के सरलम्मा मंदिर से देवी मां के प्रतिरूप हल्दी और कुंकुम भरणी को मेडारम लेकर आये और सिंहासन पर बिठाया।
इससे पहले कन्नेपल्ली की सुहागन महिलाओं ने सारलम्मा की विशेष पूजा की। इसके बाद चबूतरे पर ले गये और शुद्धिकरण का कार्यक्रम किया। इसके बाद सारलम्मा को कन्नेपल्ली से गद्दे पर ले गये। इससे पहले पुलिस अधीक्षक ने हवा में तीन गोलियां दागी और सारलम्मा के आने का संकेत दिया। इस दौरान भक्तों की काफी भीड़ थी।
गुरुवार को सम्मक्का को लेकर आएंगे। मेडारम मंदिर के पास पगिडिद्दराजा और सम्मक्का की शादी की जाएगी। पूनगोंड्ला में पगिडिद्दराजा और कोंडाई में गोविंदराजू मौजूद हैं। यह दोनों भी आज रात गद्दी पर पहुंचंगे।
पगिडिद्दराजा महबूबाबाद जिले के गंगाराम मंडल के पोनुगंड्ला गांव के मेडारम के लिए रवाना हो चुके हैं। पेनुक वंशज हल्दी और कुंकुम से विशेष पूजा करने के बाद पगिड़िद्दराजा को शोभायात्रा में लेकर आये। आदिवासियों ने जंगल में 80 किमी पैदल मार्ग से पगिडिद्दराजा को मेडारम लेकर आये।