हैदराबाद: पूर्व आईपीएस अधिकारी और बसपा के तेलंगाना समन्वयक आरएस प्रवीण कुमार ने एक बार फिर गंभीर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान खतरे में है और इसकी रक्षा करना लोगों की जिम्मेदारी है।
प्रवीण कुमार ने आगे कहा कि हाल ही में मुख्यमंत्री केसीआर का एक बयान आया है कि केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ने वाले 700 शहीद किसान परिवारों को तीन-तीन लाख रुपये दिया जाएगा। मगर यह सब झूठ और गलत है।
बीएसपी के समन्वयक ने कहा कि पिछले साल जून में गलवान घाटी में चीन के जवानों के साथ हुई झड़पों में शहीद हुए जवानों के परिवारों को तेलंगाना सरकार की ओर से 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दिये जाने की केसीआर ने घोषणा की थी। तब से अब तक 17 महीने बीत चुके हैं। इनमें से कर्नल संतोष के परिवार को छोड़कर बाकी अन्य 19 शहीद जवानों को किसी प्रकार की वित्तीय सहायता नहीं दी गई है।
प्रवीण कुमार ने कहा कि देश के लिए अपनी जान देने वाले 19 शहीद जावनों की स्थिति ऐसी है तो पंजाब के 700 किसानों के परिवारों को तीन-तीन लाख अनुग्रह राशि केसीआर देंगे इस पर कौन विश्वास करेगा।
केसीआर सरकार के रवैये का प्रवीण कुमार ने कड़ी आलोचना की और आह्वान किया कि प्रदेश के लोग बिना किसी प्रलोभन के अपने सुनहरे भविष्य के बारे में लगातार सोचे और संविधान की रक्षा करें। यह तेलंगाना की जनता हाथ में है कि आने वाले चुनाव में कौन नेता जीतेगा। ऐसा होने पर ही संविधान की रक्षा की जाएगी। तेलंगाना की जनता आज फैसला करना चाहिए कि आने वाले चुनाव में उसे किसे वोट देना है।