हैदराबाद: तेलंगाना बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के समन्वयक आरएस प्रवीण कुमार ने कहा कि तेलंगाना सरकार ने किसानों के कल्याण को राम भरोसे छोड़ दिया है। प्रवीण ने मंगलवार को जोगुलम्बा गद्वाल जिले के अलमपुर का दौरा किया। स्थानीय लोगों की समस्याओं के बारे में जानकारी ली और मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र का विकास नहीं करने वाले विधायक और सांसदों से इस्तीफे देने की मांग की।
प्रवीण ने सवाल किया कि लाखों करोड़ों खर्च करके कालेश्वरम परियोजना को बनाने वाले केसीआर अब किसानों को धान की फसल नहीं करने का सुझाव देने का क्या मतलब है? समस्याओं को दूर रखकर बीजेपी के अध्यक्ष बंडी संजय तथा सीएम केसीआर अलग-अलग बयान दे रहे हैं। इसके चलते किसानों को काफी उलझनों/मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही मांग की कि खरीफ फसल को केंद्र और राज्य सरकार मिलकर खरीदी करें।
बीएसपी समन्वयक ने कहा, “अलमपुर शहर में मैं जिस स्कूल में पढ़ा था, अब वह जर्जर/शिथिल अवस्था में है। कम से कम शौचालय की सुविधा तक नहीं है। दक्षिण भारत का काशी माने जाने वाले जोगुलंबा का बाल ब्राह्मणेश्वर स्वामी मंदिर में मूलभूत सुविधाओँ का अभाव है। इसके चलते भक्तों को अनेक प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।” साथ ही मांग की कि स्थानीय विधायक और सांसद अलमपुर की समस्याओं का समाधान करें वर्ना पदों से इस्तीफ दें।
दूसरी ओर एक ट्वीट पोस्ट में प्रवीण कुमार ने कहा कि तेलंगाना आंदोलन के दौरान किसी भी समुदाय/वर्ग ने केसीआर से दलित को मुख्यमंत्री बनाने का आग्रह नहीं किया था। केसीआर ने ही झूठे आश्वासन देकर वोट हासिल कर लिये। खुद मुख्यमंत्री बन गये। दलित को मुख्यमंत्री बनाने के केसीआर के आश्वासन कमेंट पर ट्वीट पोस्ट में प्रवीण ने कहा, “सर हमें मुख्यमंत्री बनाने की बात कहने वाला गुलाम है। संघर्ष करके मुख्यमंत्री पद को छीन लेने वाले बहादुर हो गया है।” प्रवीण कुमार ने ट्वीट के साथ मुख्यमंत्री के दलित को मुख्यमंत्री बनाने के आश्वासन के एक पेपर कटिंग को भी जोड़ दिया।