हैदराबाद: भद्राचलम के पास गोदावरी नदी में बाढ़ खतरे से ऊपर बहने पर भी बिजली कर्मचारियों नें जोखिम भरा अभियान चला रहे हैं। वे अपनी जान को जोखिम में डालकर अपने कर्तव्यों का पालन किया और कर रहे हैं। बिजली के तार बाढ़ के पानी में न डूबे और बिजली की आपूर्ति बाधित न हो इसके लिए तारों को ऊपर उठा रहे हैं। इस तरह बिजली आपूर्ति बहाल की जा रही है।
बाढ़ के पानी में डूब चुके बिजली के खंभों तक नावों की मदद से पहुंचकर यह अभियान चला रहे हैं। सोशल मीडिया पर भद्राद्री कोत्तागुडेम जिले के दुम्मुगुडेम में बिजली कर्मियों की साहसी कार्य से जुड़ी तस्वीरें वायरल हो गई हैं। नेटिज़न्स ‘सलाम बिजली कर्मचारी’ कहकर जमकर तारीफ कर रहे हैं। इसी तरह राजन्ना सिरिसिल्ला, करीमनगर, वरंगल और निर्मल जिलों में भी बिजली कर्मचारी बाढ़ के दौरान महत्वपूर्ण कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं। इसे देख लोग उनकी प्रशंसा कर रहे हैं। इस तरह बिजली कर्मचारी प्रशंसा के पात्र हो रहे हैं।
गौरतलब है कि जब कभी करंट चली जाती है तो कुच लोगों का शाप और गाली देना आम बात है। करंट एक पल के लिए भी बंद न हो इसके लिए बिजली कर्मचारी कितना प्रयास करते हैं यदि यह जानते हैं तो आप शाप और गाली नहीं देते। यदि प्राकृतिक आपदाओं के कारण बिजली आपूर्ति बाधित होती है, तो इसे बहाल करने में विद्युत कर्मियों की मेहनत की कोई कीमत नहीं होती है। ये तस्वीरें ही इसका सबूत हैं। वे अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों को रोशनी दे रहे हैं।
राजन्ना सिरिसिला जिला मुख्यालय में भारी बारिश के दौरान बिजली गुल होने से रोकने के लिए बिजली कर्मियों की संघर्ष/मेहनत की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। एक नेटिजन ने इन बिजली कर्मचारियों की सेवाओं की प्रशंसा करते हुए टिप्पणी की कि ये सेवाएं भी बलिदान के अंतर्गत ही आते हैं। साथ ही कहा “कुछ कार्य और मुश्किलों की कीमत को कभी भी चुकाया नहीं जाता।”