हैदराबाद: कुछ लोग गुस्सा होने/आने पर चुप हो जाते हैं। कुछ लोग गुस्सा होने/आने पर जोर-जोर से चिल्लाते रहते हैं। कुछ लोग गुस्सा होने/आने पर शारीरिक हमला करते हैं। कुछ लोग गुस्से में अपने हाथ में जो मिले वो या घर की चीजों को तोड़ देते हैं। अब गुस्से में घर की चीजों को तोड़ने की जरूरत नहीं है। हैदराबाद के एक युवक ने एक अभिनव विचार किया है। केवल विचार नहीं किया बल्कि उसे साकार कर दिया है। युवक ने गुस्सा होने वाले से आह्वान किया। कहा ‘हमारे पास आओ और चीजों को तोड़ो और अपना गुस्सा कम करो’।
सूरज पुसर्त नाम के एक युवक ने हैदराबाद में रेज रूम की शुरुआत की। इसे क्रोध (anger) के नाम से भी जाना जाता है। ज्यादातर विदेशों में ऐसे कई कमरे हैं। 25 वर्षीय सूरज इसी तरह की अवधारणा को हैदराबाद में लेकर आया है। उसने इसे माधापुर इलाके में स्थापित किया जहां कई आईटी कर्मचारी हैं। युवक का कहना है कि जब किसी को गुस्सा आता है तो वह यहां आकर चीजों को तोड़ सकते हैं और तनाव दूर कर सकते हैं।
इस रेज रूम में प्रवेश करने के लिए भुगतान करना होगा। पैसे देने के बाद क्रोधित व्यक्ति को कमरे में भेज दिया जाता है। कमरे के अंदर जाने के बाद कोई भी वस्तु तोड़े सकते हैं। वस्तुओं को तोड़ने के लिए एक छड़ी दी जाती है। चीजों को तोड़ते समय हमें चोट लगने से बचने के लिए हेलमेट और जूते और विशेष कपड़े प्रदान किए जाते हैं। इस समय दो रेज रूम बनाए गए हैं और एक समय में सात लोग कमरे में प्रवेश कर सकते हैं। 20 मिनट का समय दिया जाता है। उस समय में जो भी कमर में वस्तु है उसे तोड़ सकते हैं।
टिकट के लिए तीन पैकेज उपलब्ध कराये गये हैं। ‘क्विकी’ नाम के पैकेज की कीमत 1300 रुपए है। इस पैकेज को लेने वालों को सात बोतलें, कीबोर्ड, स्पीकर और इलेक्ट्रॉनिक सामान तोड़ने का मौका मिलता है। ‘रफ डे’ पैकेज की कीमत 1500 रुपये है। इस पैकेज को लेने वालों को 15 बोतलों के दो डिब्बे, प्लास्टिक और इलेक्ट्रॉनिक सामान तोड़ सकते हैं। और 2800 रुपये के ‘रेज मोड’ पैकेज में है। इस पैकेज में वॉशिंग मशीन, टेलीविजन सेट, रेफ्रिजरेटर, ओवन, लैपटॉप जैसे भारी सामान तोड़ सकते हैं।
सूरज कहते हैं कि विदेशों में पहले से ही इस तरह के रेज रूम हैं। सबसे पहले उसने हैदराबाद में इसकी शुरुआत की है। उन्होंने बताया कि जब वह छोटा था तब उन्हें बहुत गुस्सा आता था, वह घर में चीजों को तोड़ देता था। इसलिए घर में चीजों को तोड़े बिना गुस्से से कैसे छुटकारा पाया जाए, इस विचार से इस क्रोध कक्ष का उदय हुआ। सूरज ने यह भी बताया कि इस रेज रूम की शुरुआत इसलिए की ताकि उनके जैसे सभी लोग अपने घर में चीजें न तोड़ें। चीजें तोड़ते समय सिर्फ गुस्सा ही कम नहीं होगा, बल्कि मजा भी आएगा।