हैदराबाद: वह एक व्यक्तित्व विकास विशेषज्ञ हैं। वह अपनी बातों से उन सभी को प्रेरित किया जो मानसिक रूप से उदास रहते है। अनेक लोगों के जीवन में आगे बढ़ते और प्रगति के पथ पर चलने की प्रेरणा दी। कई लोगों के लिए आदर्श बना। मगर लंबी बीमारी से पीड़ित और हो रही पीड़ा को बर्दाश्त न सका। “कृपया मुझे क्षमा करें।” कहकर उसने फेसबुक पर पोस्ट करके निजानसागर परियोजना मेंर कूद कर आत्महत्या कर ली। घटना का विवरण इस प्रकार है-
तेलंगाना के कामारेड्डी जिले के पिट्लम मंडल के अल्लापुर गांव निवासी कासाल जयपाल रेड्डी (34) मानसिक व्यक्तित्व विकास के रूप में प्रसिद्ध है। तेलंगाना लगभग आठ हजार से अधिक सम्मेलनों का आयोजन किया। 2003 में बीमार पड़ गया। वह लंबे समय तक बवासीर से पीड़ित रहा। इलाज के साथ-साथ अपने खान-पान में भी बदलाव किया। कुछ समय वह उस समस्या से बाहर निकल आया। हालांकि, 2014 में उसे हर्निया हो गया। 2017 में सर्जरी की। मगर वह ठीक नहीं हुआ। बाद में वव कुछ वर्षों तक वरंगल जिले के नरसमपेट में रहा। इसके बाद हैदराबाद चला गया।
हैदराबाद में प्रेरणा (Motivation) कार्यक्रमों का आयोजन करने लगा। 2021 में इम्पैक्ट स्वयं सेवी संगठन में गम्पा नागेश्वर राव के देखरेख में दोस्तों के साथ व्यक्तित्व विकास पर कई शोध किए। हालांकि, कोरोना के चलते इम्पैक्ट रिसर्च और अन्य गतिविधियां बंद हो गए। उसी समय बवासीर बीमारी फिर से बढ़ गई। बवासीर के साथ-साथ गैस्ट्रिक समस्या से वह दस दिनों तक दर्द से परेशान रहा।।
दर्द से उसे जीवन के प्रति घृणा पैदा हो गई। वह सोमवार को सुबह यह कहकर घर से निकला कि वह निजानसागर देखने जा रहा है। कुछ देर में निजानसागर परियोजना में कूदकर जान ले ली। घटना की जानकारी मिलती ही पुलिस ने तैराकों की मदद से शव को बाहर निकाल। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए बांसवाड़ा भेज दिया। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।