पेरिस/हैदराबाद : पेरिस ओलंपिक चार दिन बाकी है। भारत को अबतक तीन मेडल मिले हैं। फिर भी देशवासी पदकों की आस लगाये बैठे हैं। मुख्य रूप से हॉकी टीम से बहुत उम्मीदें हैं। क्योंकि भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। टीम ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ब्रिटेन को हराया।
दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में भारतीय डिफेंडर अमित रोहिदास को रेड कार्ड मिल गया। 10 खिलाड़ियों से खेलते हुए भारत ने निर्धारित समय तक मैच को 1-1 की बराबरी कर रोका। इसके बाद पेनल्टी शूटआउट में टीम इंडिया ने 4-2 से ब्रिटेन को हराकर सेमीफाइनल में जगह पक्की की। भारत के पूर्व कप्तान और हॉकी इंडिया के मौजूदा अध्यक्ष दिलीप तिर्की गदगद हो गये।
ओलंपियन और डिफेंडर रह चुके दिलीप को अहसास था कि भारत की ब्रिटेन पर मिली जीत कितनी बड़ी है। उन्होंने मीडिया से कहा कि मुझे पता है कि इस तरह 10 खिलाड़ियों के साथ लगभग 40 मिनट खेलना कितना मुश्किल होता है। यह जीत बहुत बड़ी है। मैं तो कहूंगा कि यह ऐतिहासिक जीत है। दिलीप ने गोलकीपर श्रीजेश के प्रदर्शन पर अपनी प्रतिक्रिया दी है कि श्रीजेश एक चैंपियन खिलाड़ी हैं। जिस तरह से वह गोलपोस्ट पर दीवार बनकर टीम को जीत दिलाते रहे हैं। मैं तो कहूंगा कि वह गोलकीपिंग के गॉड हैं। भारतीय टीम ने पिछले ओलंपिक में भी क्वार्टर फाइनल में ब्रिटेन को 3-1 से हराया था।
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तिर्की ने इस जीत को सबसे बड़ी बताते हुए कहा कि भारतीय टीम जिस तरह से खेली, उसके बाद हम गोल्ड जीतने के बारे में सोच सकते हैं। तिर्की ने कहा कि भारतीय टीम ने कमाल का खेल दिखाया है। अब हमारा फोकस गोल्ड मेडल जीतने पर है। मैच के दौरान अमित रोहिदास को रेड कार्ड दिखाए जाने पर तिर्की ने कहा कि हमारा मानना है कि ओलिंपिक्स में ओलंपिक का स्तर और बेहतर होना चाहिए। अमित ने ब्रिटिश खिलाड़ी को जानबूझकर स्टिक नहीं मारी थी। उन्होंने स्टिक पीछे की और तभी ब्रिटिश खिलाड़ी को वह लग गई। अनेक हॉकी विश्लेषकों ने कहा कि रेड कार्ड पर पुनर्विचार होना चाहिए। (एजेंसियां)