हैदराबाद : राष्ट्रीय दल तेलंगाना पर फोकस कर रहे हैं। तेलंगाना में सत्ता हासिल करने वाली पार्टियों ने अपनी-अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है। सत्तारूढ़ टीआरएस पार्टी को टक्कर देने के लिए लगभग सभी दल रणनीति तैयार कर चुके है। खासकर तेलंगाना में बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) अप्रैल में अपने शीर्ष नेताओं को उतार रही हैं। इसके लिए संबंधित पार्टियों के प्रदेश नेतृत्व कड़ी मेहनत कर रहे हैं
कांग्रेस पार्टी ने पहले से ही अनाज खरीदी को लेकर पांच चरणों का आंदोलन शुरू कर दिया है। पूरे अप्रैल में इस मुद्दे पर एक आंदोलन शुरू करने की योजना बनाई है। इसके लिए वरंगल में एक विशाल किसान सभा आयोजित करने की योजना है। इस सभा में पार्टी नेता राहुल गांधी को भाग लेने के लिए आमंत्रित कर रही है। वैसे तो 9 दिसंबर को राहुल गांधी को सभा में आमंत्रित करने की कोशिश की गई थी। मगर संभव नहीं हो सका। अब अप्रैल महीने के आखिर में तेलंगाना में आयोजित सभा में राहुल गांधी को आमंत्रित किया जाएगा। इस किसान सभा को आगामी चुनाव अभियान के लिए एक किक-स्टार्ट के रूप में इस्तेमाल करने का कांग्रेस ने मन बनाया है।
दूसरी ओर बीजेपी ने भी तेलंगाना में स्पीड बढ़ा दी है। बीजेपी के अध्यक्ष बंडी संजय 14 अप्रैल को दूसरे चरण की प्रजा संग्राम पदयात्रा जोगुलांबा मंदिर से शुरू कर रहे हैं। इस पदयात्रा में बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह भाग लेने की संभावना है। इस पदयात्रा के जरिए बीजेपी के कार्यकर्ता और लोगों को अमित शाह एक शक्तिशाली संदेश दे सकते हैं। भद्रादी श्रीराम कल्याण उत्सव में भी अमित शाह भाग ले सकते हैं।
आम आदमी पार्टी भी तेलंगाना में सुशासन ले आने के नारे के साथ हर घर का दरवाजा खटखटाने के लिए पदयात्रा की तैयारी कर रही है। इसके लिए पार्टी की नेता इंदिरा शोभन और अन्य नेता 14 अप्रैल से तेलंगाना में पदयात्रा पर करने वाले हैं। पता चला है कि पदयात्रा का उद्घाटन आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरिवाल करने वाले हैं।
पार्टी नेताओं के अनुसार समारोह में कई गणमान्य व्यक्ति भी आम आदमी पार्टी में शामिल होंगे। कुल मिलाकर अप्रैल में विभिन्न दलों के शीर्ष नेताओं के दौरे से तेलंगाना में चुनाव से पहले ही राजनीतिक गर्मागर्मी तेज हो रही है।