हैदराबाद: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) का देश में अबतक का सबसे बड़ा छापा मारा है। यह छापा देश के कई हिस्सों में जारी है। एनआईए ने केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, असम समेत कुल 12 राज्यों में छापेमारी जारी है। उधर, ईडी भी ने पीएफआई के कई ठिकानों पर छापा मारा है। एनआईए ने इस छापे के दौरान पीएफआई (Popular Front of India) से संबंधित 106 लोगों को गिरफ्तार किया है।
मीडिया में प्रकाशित और प्रसारित खबरों के अनुसार, एनआईए और ईडी ने तिरुवनंतपुरम में पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी जारी है। केंद्रीय जांच एजेंसियों ने पीएफआई से जुड़े लोगों के ठिकानों पर बड़े पैमाने पर छापा मारा है। मंजेरी में पीएफआई के चेयरमैन ओमा सालेम के ठिकानों पर भी छापा मारा है। छापे दौरान चार पीएफआई को हिरासत में लिया गया है। हिरासत में लिये गये आरोपियों में ओमा सलेम, पीएफआई के केरल चीफ मोहम्मद बशीर, राष्ट्रीय सचिव वीपी नजरूद्दीन और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य पी कोया शामिल हैं।
केंद्रीय जांच एजेंसी और ईडी की तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, असम, बिहार, नई दिल्ली समेत 12 राज्यों में छापा मारा है। महाराष्ट्र में भी पीएफआई से जुड़े 100 ठिकानों पर छापा मारा है। मध्य प्रदेश के इंदौर में भी पीएफआई के दफ्तरों पर छापा मारा है। बिहार के पूर्णिया में भी छापा मारा है। मध्यप्रदेश के इंदौर और उज्जैन में पीएफआई के एमपी के स्टेट लीडर्स को हिरासत में लिया गया। चार नेताओं को मध्यप्रदेश के उज्जैन और इंदौर से एनआईए ने हिरासत में लिया। टेरर फंडिंग मामले को लेकर ये छापेमारी की गई है। मध्यप्रदेश के ठिकानों से टेरर फंडिंग जुड़े लेनदेन और साहित्य बरामद हुए हैं।
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एनआईए ने तेलंगाना के हैदराबाद और चांद्रायानगुट्टा में पीएफआई के कार्यालयों को सील कर दिया गया है। उधर तमिलनाडु में एनआईए और ईडी ने पीएफआई के ऑफिस को सील कर दिया है। दूसरी ओर इस छापेमारी के विरोध में पीएफआई के कार्यकर्ताओं ने चेन्नई में विरोध किया हैं। मिली जानकारी के अनुसार, केरल में 22, महाराष्ट्र में 20, कर्नाटक में 20, आंध्र प्रदेश में 5, असम में 9, दिल्ली में 3, मध्य प्रदेश में 4, पुडुचेरी में 3, तमिलनाडु में 10, उत्तर प्रदेश में 8 और राजस्थान में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। (एजेंसियां)