हैदराबाद : पुलिस ने आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले के राप्ताडु मंडल में इसी महीने की 16 तारीख को मुरली नामक युवक की अपहरण और निर्मम हत्या मामले का पर्दाफाश किया। पुलिस ने मुरली की हत्या को ऑनर किलिंग के रूप में निर्धारित किया और मुरली की सास यशोदा समेत आठ अन्य को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि यशोदा ने बेटी वाणी के अंतरजातीय विवाह किये जाने के चलते 10 लाख रुपये की सुपारी देकर मुरली हत्या करवाई। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक ऑटो, एक बाइक, दो चाकू, आठ सेलफोन और 4.7 लाख रुपये नकद बरामद किया है। अनंतपुर के जिले के प्रभारी डीएसपी आर्ला श्रीनिवासुलू ने मीडिया को यह जानकारी दी।
गौरतलब है कि कनगानपल्ली निवासी मुरली और वीणा ने पीछले साल 26 जून को बुजुर्गो की बात ठुकराकर अंतरजातीय विवाह किया था। इसके बाद दोनों राप्ताडु के अंबेडकर नगर में रहने लगे। दोनों हर दिन काम के सिलसिले में राप्ताडु से किया गांव जाते और आते थे। वीणा की मां को यह शादी पसंद नहीं थी।
उसने किसी भी हाल में दामाद मुरली की हत्या करने की ठान ली। इसी क्रम में उसने करीबी रिश्तेदार वेकटेशुलु और सुब्रह्मण्यम के साथ मुरली की हत्या के बारे में योजना बनाई। योजना के मुताबिक यशोदा ने अनंतपुर निवासी साके सरदार से संपर्क किया और मुरली की हत्या के लिए दस लाख रुपये की सुपारी दी।
इसी क्रम में यशोदा ने 26 अप्रैल को सरदार को 2 लाख रुपये एडवांस दिये और बाकी रकम हत्या के बाद देने आश्वासन दिया। तब से सरदार ने मुरली की हत्या की रेक्की करने लगा। इसी क्रम में 16 जून को किया को मुरली काम पर जाने के लिए राप्ताडु के हाईवे के पास बस का इंतजार कर रह था। यह देख मुरली को सरदार गैंग ने ऑटो में बिठाकर ले गये।
मुरली को जबरन ऑटो में ले जाते पास खड़े लोगों ने पूछा तो सरदार गैंग ने बताया कि कर्ज नहीं दे रहा है। इसीलिए सेठ के पास लेकर जा रहे हैं। इसके बाद सरदार गैंग ने बोम्मेपर्ती गांव के खेतों में मुरली को ले गये और रवि, सय्यद सद्दाम, सुब्रह्मण्यम और प्रकाश ने मिलकर उसकी गला काटकर निर्मम हत्या कर दी। पुलिस ने एक सप्ताह के भीतर ऑनर किलिंग मामले का पर्दाफाश किया है।