हैदराबाद: तेलंगाना में विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में पुलिस ने रविवार को चार राज्यों के एक साथ सात ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान फरीदाबाद से धर्मगुरु रामचंद्र भारती समेत तीन को गिरफ्तार किया गया है। दिलचस्प यह है कि फरीदाबाद की पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी ने हरियाणा, कर्नाटक, केरल और तेलंगाना में अनेक ठिकानों पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान ठोस सबूत भी हाथ लगे हैं।
मिली जानकारी के आनुसार, एसआईटी की सात टीमों में लगभग 80 पुलिसकर्मी शामिल थे। जिन्होंने तीन आरोपियों के आवास पर धावा बोला। जिसमें फरीदाबाद के धर्मगुरु रामचंद्र भारती, हैदराबाद के बिजनसमैन नंद कुमार और तिरुपति के सिम्हाजी स्वामी शामिल हैं। केरल के कोच्चि स्थित डॉ जग्गू के घर पर भी छापा मारा गया। धर्मगुरु रामचंद्र भारती के फरीदाबाद के अलावा कर्नाटक के पुत्तूर स्थित घर पर भी तलाशी ली गई। इसके अलावा तिरुपति में सिम्हाजी स्वामी के घर की भी तलाशी हुई। एसआईटी ने हैदराबाद के जुबली हिल्स इलाके में व्यवसायी नंद कुमार के घर और रेस्तरां पर भी छापा मारा।
पता चला है कि डॉ जग्गू ही आरोपी रामचंद्र भारती और दूसरे संदिग्ध तुषार के बीच की कड़ी है। तुषार अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि तुषार ने फोन पर विधायक रोहित रेड्डी से बात की थी। केरल का डॉक्टर डॉ जग्गू तुषार का करीबी बताया जा रहा है। सबूतों की जांच की जा रही हैं।
गौरतलब है कि, तेलंगाना में टीआरएस विधायक-खरोख्त मामले को लेकर भाजपा और टीआरएस में ठनी हुई है। हाल ही में केसीआर ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा था कि भाजपा उनकी सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है। तेलंगाना के 4 विधायकों की 100 करोड़ खरीद-फरोख्त मामले में जांच के लिए बनाई गई एसआईटी टीम ने हरियाणा, कर्नाटक, केरल और तेलंगाना में छापा मारा था। इस दौरान हरियाणा से तीन आरोपियों की गिरफ्तारी भी की गई है। छापेमारी की कार्रवाई के बाद मामले में कई बड़े खुलासे भी हुए हैं।
गिरफ्तार आरोपियों में धर्मगुरु रामचंद्र भारती समेत हैदराबाद के व्यवसायी नंद कुमार और तिरुपति के सिम्हाजी स्वामी का नाम शामिल है। केरल के कोच्चि में डॉ जग्गू के मकान की तलाशी के दौरान कुछ अहम दस्तावेज जब्त किए गए हैं। इसके अलावा धर्मगुरु रामचंद्र भारती के कर्नाटक के पुत्तूर स्थित घर में भी छापा मारा गया था। वहीं, हैदराबाद से गिरफ्तार किए गए व्यवसायी नंद कुमार के घर और रेस्तरां पर भी छापा मारा गया। वहीं, तिरुपति में सिम्हाजी स्वामी के घर की भी तलाशी ली गई है।
टीआरएस के विधायकों में से एक पी रोहित रेड्डी की शिकायत के आधार पर 26 अक्टूबर की रात में रामचंद्र भारती उर्फ सतीश शर्मा, नंद कुमार और सिम्हाजी स्वामी के खिलाफ संबंधित धाराओं- आपराधिक साजिश, रिश्वत की पेशकश और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के प्रावधानों के तहत मामले दर्ज किए गए थे। प्रथमिकी के मुताबिक, रोहित रेड्डी ने आरोप लगाया कि आरोपी ने उन्हें 100 करोड़ रुपये की पेशकश की। इसके बदले में उसने शर्त रखी थी कि उन्हें टीआरएस छोड़कर भाजपा में शामिल होना पड़ेगा। साथ ही अन्य विधायकों के बीजेपी शामिल होने और उनके लिए रकम की बातचीत भी जारी थी। (एजेसियां)